- जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की मासिक समीक्षा बैठक
- अधिकारियों को विद्यालयों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश
- निरीक्षण कर कमियों को जल्द करें दूर
गाजियाबाद। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में आयोजित हुई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार मिश्रा ने बैठक का आरंभ करते हुए पीपीटी के माध्यम से मुख्य विकास अधिकारी को बेसिक शिक्षा विभाग की योजनाओं के अनुपालन की प्रदेश स्तर पर जनपद की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया की डीबीटी और यू डाइस पंजीकरण जैसे क्षेत्रों में जनपद प्रथम स्थान पर है और कायाकल्प में छठे स्थान पर जनपद की रैंकिंग है। मुख्य विकास अधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की स्थिति के बारे में प्रसन्नता एवं संतोष व्यक्त किया तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वह भ्रमणशील रहकर नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान यदि कोई अध्यापक बिना अवकाश स्वीकृत कराए अनुपस्थित पाया जाता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने स्कूलों का लगातार निरीक्षण कर इनकी शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाने के निर्देश दिए तथा विद्यालयों में अधिक से अधिक समय देने हेतु आदेशित किया। उन्होंने कहा कि अगर व्यवस्था में सुधार नहीं पाया जाता है तो कड़े कदम उठाने होंगे लेकिन प्रत्येक दशा में विद्यालयों की दशा एवं गुणवत्ता में सुधार हेतु प्रतिबद्ध होना अनिवार्य होगा। नगर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी हेमेंद्र सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश में नगर क्षेत्र सुपर फिफ्टी ब्लॉक में चयनित किया गया है जिसके लिए उन्होंने अपनी कार्ययोजना से भी सीडीओ को अवगत कराया।
मुख्य विकास अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा एसआरजी टीम से निपुण भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रगति को जाना, इस संबंध में उन्होंने निर्देश दिए कि शिक्षकों का प्रशिक्षण अच्छे स्थान एवं गुणवत्ता पूर्वक कराया जाए जिससे बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके। मुख्य विकास अधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों का निरीक्षण कर बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का अनुपालन सुनिश्चित कराएं तथा स्वयं भी अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे निरीक्षण कार्यों की मॉनिटरिंग करें।
मुख्य विकास अधिकारी ने जिला स्तरीय अन्य अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वह भी विद्यालयों में जाकर शैक्षिक गुणवत्ता का आकलन करें। बच्चों के आधार कार्ड बनाए जाने की प्रगति की सराहना करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा की इन बच्चों का आयुष्मान कार्ड भी बनाने का प्रयास किया जा सकता है जिससे बच्चों को व उनके परिवारों को चिकित्सीय लाभ प्राप्त होंगे। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने विद्यालयों में आॅपरेशन कायाकल्प के तहत मूलभूत सुविधाओं से संतृप्तकरण की स्थिति के संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जानकारी प्राप्त की, जिस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जनपद के 96 प्रतिशत विद्यालय 19 पैरामीटर्स पर संतृप्त हैं। ज्यादातर विद्यालयों में आॅपरेशन कायाकल्प के तहत सौंदर्यीकरण का कार्य कराया जा चुका है। जिन विद्यालयों में कुछ कार्य शेष हैं उन्हें भी शीघ्र ही समस्त सुविधाओं से संतृप्त करा दिया जाएगा।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि समस्त अधिकारियों व शिक्षकों के अवकाश पूर्णत: मानव संपदा पोर्टल पर ही स्वीकृत किए जाते हैं किसी भी अन्य प्रकार की अवकाश मान्य नहीं है। बैठक में निपुण भारत, स्कूल चलो अभियान, निरीक्षण एवं सहयोगात्मक अनुश्रवण, आपरेशन कायाकल्प, राष्ट्रीय आय एवं छात्रवृत्ति योजना, छात्र नामांकन एवं उपस्थिति तथा अन्य बिंदुओं की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर परियोजना निदेशक पीएन दीक्षित, वित्त एवं सहायक लेखा अधिकारी मनप्रीत कौर, महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी शशि वार्ष्णेय, दिव्यांग कल्याण अधिकारी सुधीर कुमार, समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी दीपक कुमार, प्रवीण अग्रवाल, जमुना प्रसाद, सर्वेश कुमार, हेमेंद्र सिंह, भूपेश कुमार, कुसुम सिंह, समस्त जिला समन्वयक, गौरव त्यागी, अरविंद कुमार शर्मा, डा. राकेश, रुचि त्यागी, विश्वास गौतम, सुशील कुमार एवं एसआरजी पूनम शर्मा व विनीता त्यागी उपस्थित रहे।