- भारत सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ड्यू लिस्ट तैयार करने में जुटा
- जनवरी, 2023 से एमआर के साथ दिया जाएगा पोलियो का तीसरा टीका
गाजियाबाद। नौ माह की आयु पूरी कर चुके शिशुओं को जनवरी, 2023 से पोलियो वैक्सीन की तीसरी खुराक (एफआईपीवी-3) दी जाएगी। भारत 2011 में पोलियो मुक्त हो चुका है, लेकिन यह स्थिति कायम रखने के लिए भी टीकाकरण को प्रभावी बनाए रखना जरूरी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया – भारत सरकार से नियमित टीकाकरण में पोलियो वैक्सीन की तीसरी खुराक भी शामिल करने के निर्देश मिले हैं। जनवरी, 2023 से यह खुराक शिशु को नौ माह की आयु पूरी करने पर दी जाएगी। उन्होंने बताया – जनपद में खसरा से बचाव के लिए जनवरी से शुरू हो रहे विशेष टीकाकरण अभियान की तैयारी चल रही है। टीम सर्वे कर नौ माह की आयु पूरी कर चुके शिशुओं की ड्यू लिस्ट तैयार कर रही हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. नीरज अग्रवाल ने बताया कि पोलियो वैक्सीन दो प्रकार की होती है। इनएक्टिवेटेड पोलियो वायरस वैक्सीन यानि आईपीवी इंजेक्शन से दिया जाता है, जबकि ओरल पोलियो वायरस वैक्सीन यानि ओपीवी की खुराक मुंह से दी जाती है। नियमित टीकाकरण में आईपीवी की पहली खुराक शिशु को छह सप्ताह और दूसरी 14 सप्ताह की आयु पूरी करने पर दी जाती है। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिश पर भारत सरकार ने नियमित टीकाकरण में आईपीवी की तीसरी खुराक भी शामिल कर ली है। तीसरी खुराक नौ माह की आयु पूरी होने पर दी जाएगी।
डा. अग्रवाल ने बताया कि खसरा से बचाव के लिए मीजल्स – रूबेला (एमआर) का पहला टीका भी नौ माह की आयु पूरी कर चुके शिशुओं को लगाया जाता है। यानि पोलियो की तीसरी खुराक की ड्यू लिस्ट वही होगी जो एमआर की ड्यू लिस्ट होगी। एमआर की ड्यू लिस्ट सर्वे के माध्यम से तैयार की जा रही है। शासन के निर्देश पर जनवरी, 2023 से नौ माह की आयु पूरी कर चुके शिशुओं को एमआर और पोलियो वैक्सीन की तीसरी डोज लगाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईपीवी की दो डोज के बीच कम से कम आठ सप्ताह का अंतर रखना जरूरी होता है।