- मुख्य सचिव से आईएएस 2021 बैच एवं आईएफएस 2018 व 2019 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों ने की शिष्टाचार भेंट
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 2021 बैच एवं भारतीय वन सेवा (आईएफएस) 2018 व 2019 बैच के 23 प्रशिक्षु अधिकारियों ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया। ज्यादातर प्रशिक्षु अधिकारी इंजीनियरिंग स्ट्रीम से थे। परिचय प्राप्त करने के उपरान्त मुख्य सचिव ने कहा कि इंजीनियर समाधान खोजक होता है। किसी भी कठिन परिस्थिति में एक इंजीनियर उस चीज का समाधान निकाल लेता है। उन्होंने सिविल सर्विस और इंजीनियर के अंतर के बारे में बताते हुए कहा कि एक इंजीनियर मशीन बेस्ड सॉल्यूशन है और सिविल सर्विस अधिकारी ह्यूमन बेस्ड सॉल्यूशन होता है।
उन्होंने कहा कि अपने फैसलों में यह जरुर देखना चाहिए कि वह देश की एकता और अखंडता में कहीं रुकावट तो पैदा नहीं करेगा। इसके अतिरिक्त सेवा के दौरान जन सामान्य के जीवन में बदलाव लाने व सुगमता का लाने का प्रयास करना चाहिये। सरकार से मिलने वाले लाभों के लिए उन्हें जद्दोजहद न करनी पड़े, इसके लिए सकारात्मक वातावरण बनाना व्यवस्था की जिम्मेदारी है। उन्होंने अपने पिता से ली गई सीख का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर कुछ देना हो तो दिल खोलकर देना, अगर किसी का नुकसान करना हो तो सोच समझकर करना। अगर किसी को दंडित करना हो निर्भय होकर दंडित करना। बैठक में उपाम के महानिदेशक एल. वेंकटेश्वर लू, निदेशक नीना शर्मा, अपर निदेशक महेन्द्र वर्मा, उपनिदेशक पूर्णिमा सिंह समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।