गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, दिल्ली-एनसीआर, गाजियाबाद में बी.टेक प्रथम वर्ष और एप्लाइड साइंसेज विभाग ने शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और एआईसीटीई द्वारा शुरू किए गए अमृत काल विमर्श विकसित भारत @2047 का आयोजन किया। इस मेगा इवेंट के लिए, एआईसीटीई ने एक बहुत ही प्रतिष्ठित वक्ता लोकेश मेहरा, सीनियर बिजनेस लीड लर्नर एंगेजमेंट, अमेजॅन वेब सर्विसेज को नामित किया था। उन्होंने नए सामान्य कामकाज-अवसर और परिवर्तन पर अपने विचार देने के लिए संस्थान का दौरा किया और लगभग 500 से अधिक छात्रों ने सत्र में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरूआत निदेशक डॉ. ए गर्ग, संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज गोयल और अतिरिक्त निदेशक डॉ. शैलेश तिवारी की उपस्थिति में प्रख्यात वक्ता का आॅक्सी प्लांट से स्वागत करके की गई। डॉ. ए. गर्ग ने कार्यक्रम की शुरूआत में एआईसीटीई द्वारा शिक्षा मंत्रालय के साथ की गई। इस पहल के महत्व के बारे में सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मैं एआईसीटीई का आभार प्रकट करना चाहता हूँ कि उन्होंने हमें अमृत काल विमर्श विकसित भारत @2047 के तहत एक विशेषज्ञ वार्ता आयोजित करने हेतु चयनित किया। निरंतर प्रयासों और दृढ़ संकल्प के साथ, हम निश्चित रूप से 2047 से पहले अमृत काल विमर्श विकसित भारत के लक्ष्यों को पूरा करेंगे। मैं हमारी भावी युवा पीढ़ी को सलाह देता हूं कि वे अपने करियर को लेकर अधिक सतर्क रहें। डीन बी.टेक प्रथम वर्ष, डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी ने बताया कि कैसे नव प्रवेशित छात्र अपनी शैक्षणिक, पाठ्येतर गतिविधियों, खेल, मानसिक फिटनेस (योग), कोडिंग और अपने विकास में कई अन्य चीजों में भागीदारी कर सकते हैं। अपने सत्र के दौरान लोकेश मेहरा ने छात्रों के साथ बातचीत की और बताया कि कैसे प्रौद्योगिकी और जेनरेटर एआई रोजगार के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। उन्होंने सलाह दी कि “जेनजेड छात्रों के रूप में, आप सभी को इस तकनीक-संचालित दुनिया में सफल होने के लिए अच्छे ग्रेड प्राप्त करने, इंटर्नशिप के अवसरों की खोज करने, एक विदेशी भाषा सीखने और पढ़ने की आदत विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। छात्र उन्हें सुनकर रोमांचित हुए और उनकी ज्ञान भरी बातों से बहुत प्रेरित हुए। इसके बाद संस्थान के निदेशक ने प्रख्यात वक्ता को कृतज्ञता के प्रतीक के रूप में स्मृति चिन्ह भेंट किया। धन्यवाद प्रस्ताव छात्र प्रेरण कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. सीएम बत्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिन्होंने संस्थान के गणमान्य व्यक्तियों, अतिथि वक्ता, डीन, तकनीकी विभागों के प्रमुखों, कार्यात्मक प्रमुखों, संकाय सदस्यों और बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्रों को इस इंटरैक्टिव सत्र में भाग लेने हेतु धन्यवाद दिया। सत्र का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।