- दिया भरोसा, अपने मन से डर को निकाल फेंके
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे के अंतिम दिन बेबाकी के साथ लोगों से बात की। श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं की सौगात देने के बाद उन्होंने कहा कि वे आप लोगों से सीधे बात करने आए हैं। उन्होंने कश्मीर के युवाओं से पूछा कि जिन्होंने आपके हाथों में पत्थर दिए, जिन्होंने आपके हाथों में हथियार दिए, उन्होंने आपके लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि मैं यहां के युवाओं से दोस्ती करने आया हूं। मुझसे कहा गया था कि मैं पाकिस्तान से बात करुं, लेकिन मैंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से बात करुंगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग मेरे अपने हैं। मुझे उनकी बात सुननी है। शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में लोगों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कोई भी ताकत यहां की शांति और विकास योजनाओं को रोक नहीं सकती है। उन्होंने मंच से अपना उद्बोधन शुरू करने से पहले उसे बुलेट प्रूफ कांच की दीवार हटा दिया और कहा कि मैं आपसे सीधे बात करुंगा। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि वे अपने मन से डर को निकाल फेंके। उनका कोई बाल बांका भी नहीं कर पाएगा। बता दें कि धारा 370 हटाने के बाद पहली बार अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए। वहां उन्होंने हजारों करोड़ की विकास योजनाओं का श्रीगणेश किया तो हजारों युवाओं को नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि वे भारत के विकास में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने यहां के युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने का काम किया है।