उत्तर प्रदेशगाजियाबाद

केआईईटी में हुआ एआई समिट का शानदार आयोजन

गाजियाबाद। शुक्रवार, 16 मई 2025 को, दिल्ली-एनसीआर में स्थित काईट ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के सीएसई (एआई व एआई एमएल) विभाग ने शिक्षा और जनरेटिव एआई समागम थीम पर आधारित सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर हो रहे विकास से अवगत करवाना था। कार्यक्रम की थीम एसडीजी 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा) , एसडीजी 8 (उत्कृष्ट कार्य और आर्थिक विकास) और एसडीजी 9 (उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा) के सिद्धांतों के अनुरूप है जो छात्रों में शिक्षा और तकनीक के क्षेत्र में कुछ नया करने के लिए प्रेरित करता है े इस सम्मेलन में एआई, एआई एवं एमएल तथा अन्य कंप्यूटर विज्ञान इंजीनियरिंग शाखाओं के लगभग 500 छात्रों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम की शोभा मुख्य अतिथि डॉ. नलिन कुमार श्रीवास्तव (निदेशक – ए आई मिशन एवं वैज्ञानिक, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार), विशिष्ट अतिथि, डॉ. डी पी सिंह ( प्रमुख, ए०डब्ल्यू०एस स्किल्स, ए०डब्ल्यू०एस ) की उपस्थिति द्वारा बढ़ाई गई। इसके साथ ही विविध क्षेत्रों से जुड़े 15 प्रेरणादायक वक्ताओं ने अपनी विशिष्ट दृष्टिकोणों से विषय को प्रस्तुत किया। इनमें डॉ. संदीप कुमार (प्राध्यापक, आई आई टी ,दिल्ली), डॉ. हिमांशु कुमार (संस्थापक, टैक्सबोटजीपीटी.एआई), अभिषेक गुप्ता (कॉरपोरेट हेड, डिश टीवी), अजय सिंह (सह-संस्थापक, डी26 वेंचरस), डॉ.रणजीत सिंह (फोरेंसिक एक्सपर्ट एवं संस्थापक, सिफ्स), वेंकटेश नीलम (टीए लीडर, एटलसियन), मयूर गर्ग (स्पेशलाइज्ड मास्टर, डेलोइट), चेतन पवार (कंप्यूटर वैज्ञानिक, एडोबी), सूरज शुक्ला (वरिष्ट सॉफ्टवेयर इंजीनियर, माइक्रोसॉफ्ट), श्रीमती दीपिका अमन (सीएसएम लीडर, आईबीएम), श्री प्रवीण पोद्दार (विशेषज्ञ- डाटा एवं ए आई, ए०डब्ल्यू०एस), विषु मुदगल (संस्थापक, एप्सिलोन क्रिएटिव एजेंसी), सिद्धार्थ सहगल (संस्थापक, 360 डिग्री क्लाउड टेक्नोलॉजीज), कुमार सत्यम (संस्थापक, सीईक्यूयू) और रजत वधवा (प्रमुख- ग्राहक उत्पाद, हीरो फिनकोर्प) शामिल थे।
उद्घाटन समारोह की शुरूआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे मुख्य अतिथि डॉ. नलिन कुमार श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि, डॉ. डी पी सिंह ने, राघव गर्ग (सम्मानित अतिथि वक्ता, सामाजिक उद्यमी और युवा आइकन), डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक-काईट), डॉ. आदेश पांडेय (निदेशक, अकादमिक-काईट), डॉ. रेखा कश्यप (डीन, सीएसई-ए आई एवं सीएसई-ए आई एम एल) तथा डॉ.अभिनव जुनेजा (निदेशक -कॉपोर्रेट रिलेशंस एंड प्लेसमेंट सेंटर, काईट) की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न किया।
दीप प्रज्जवलन के बाद डॉ. रेखा कश्यप ने सभी श्रोतागण को कार्यक्रम के प्रयोजन से अवगत करवाया और सभी आमर्न्त्रित विशिष्टगण का स्वागत किया। डॉ. आदेश पांडेय ने अपने अभिभाषण में काईट संसथान द्वारा आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को छात्रों में बढ़ावा देने हेतु संसथान द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया।
मुख्य अतिथि डॉ. नलिन कुमार श्रीवास्तव ने छात्र प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व और इस क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर गहन जानकारी दी। उन्होंने कहा, ह्लआज हम जो कुछ भी सोच सकते हैं, वह सब एआई द्वारा ही किया जा रहा है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम एआई का उपयोग मानवता की सेवा में करते हैं या इसके गुलाम बन जाते हैं। भारत सरकार महत्वाकांक्षी एआई मिशन पर काम कर रही है, जिसका प्रबंधन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया जाता है। एआई के विकास के लिए डेटा सेट और कंप्यूट पावर सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं। एआई मिशन के विकास के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। कंप्यूट के एक हिस्से के रूप में, कंप्यूट पावर रखने वाली 10 बड़ी फर्मों को इस एआई मिशन का भागीदार बनाया गया है, जिसमें कंप्यूट पावर की 40% राशि का प्रबंधन भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। विभिन्न मंत्रालयों के डेटा सेट अब एआई कोष में समाहित किए जा रहे हैं। इसलिए, यदि आप अपने स्टार्टअप के लिए या एआई में विकासात्मक कार्य के लिए कंप्यूट पावर या डेटा सेट चाहते हैं, तो आप उनका उपयोग अपना खुद का मॉडल बनाने और ऐसे नवोन्मेषी और समाधानों को जन्म देने के लिए कर सकते हैं, जो भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मार्ग प्रशस्त करें।
सामाजिक उद्यमी और काईट के प्रबंधन निकाय के प्रतिनिधि राघव गर्ग, अतिथि वक्ता के रूप में इस सम्मेलन में उपस्थित थे। श्रोताओं को संबोधित करते हुए, उन्होंने एआई और चैटजीपीटी जैसे एआई मॉडल के महत्व पर प्रकाश डाला, जो मिनटों में और न्यूनतम त्रुटियों के साथ सभी काम कुशलतापूर्वक करता है। उन्होंने कहा, “आज की 90% नौकरियाँ आपके स्नातक होने तक खत्म हो जाएँगी, और इसलिए, यह सम्मेलन एआई की क्षमता और विभिन्न उद्योगों पर इसके प्रभाव का पता लगाने के लिए एक शानदार मंच है। यहां से मिले ज्ञान का सही उपयोग करें, एक ऐसे भविष्य का निर्माण करें जो नवोन्मेषी हो, नए रोजगार सृजित करें और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को मानव इतिहास में विकास और सफलता के उत्प्रेरक के रूप में उपयोग करें।
इसके बाद पैनल चर्चा हुई, जिसमें आमंत्रित प्रतिष्ठित वक्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर अपने ज्ञान और अंतर्दृष्टि को साझा किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. अभिनव जुनेजा (निदेशक – कॉरपोरेट संबंध और प्लेसमेंट केंद्र) द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस विशेष अवसर पर, डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक – केआईईटी) ने कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी आयोजकों को अपनी शुभकामनाएं दीं। सौरव कुमार (महाप्रबंधक, टीबीआई-केआईईटी), श्री विनय अहलावत (सह निदेशक – आॅनलाइन और प्रौद्योगिकी शिक्षा) के साथ-साथ सभी डीन, प्रमुख, कार्यात्मक प्रमुख, संकाय और छात्र समन्वयक एआई शिखर सम्मेलन के दौरान उपस्थित थे।
इस सम्मेलन को लेकर छात्र बेहद उत्साहित और प्रेरित दिखे। कार्यक्रम के दौरान एआई से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ साझा की गईं। उल्लेखनीय है कि काईट अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्लेसमेंट के लिए जाना जाता है। संस्थान अपने छात्रों को आधुनिक तकनीकी कौशल से लैस करने के लिए निरंतर प्रयास करता रहता है।

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