शहर

आईटीएस के प्रोफेसर एसके पांडेय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन टीचर एक्सीलेंस पुरस्कार से सम्मानित

गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस के आईटी विभाग एवं स्नातक परिसर के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) सुनील कुमार पांडेय को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में एआईसीटीई एवं शिक्षक कल्याण फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान समारोह- 2021 में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन टीचर एक्सीलेंस पुरस्कार- 2021 से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के शिक्षा राज्यमंत्री डा. सुभाष सरकार और विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रोफेसर एस.पी. सिंह बघेल उपस्थित थे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी एवं राज्यसभा की संयुक्त सचिव डॉ. शिखा दरबारी, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की पहली महिला वाईस चांसलर डॉ. नजमा अख़्तर, एनसीईआरटी के डायरेक्टर डॉ. श्रीधर श्रीवास्तव, मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. फिरोज बख्त अहमद और महाबोधी इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर (लद्दाख) के संस्थापक वेट. भीखू सेनसंगा की गरिमामयी उपस्थिति रही। समारोह में स्वागत सम्बोधन फाउंडेशन के अध्यक्ष एमके सेठ ने किया। कार्यक्रम के संयोजक जगदीश विज ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्तमान में शिक्षकों से जुड़ी हुई समस्याओं पर भी सभी का ध्यान आकर्षित किया।
शिक्षक कल्याण संघ एवं एआईसीटीई द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किये गए इस पुरस्कार के लिए पूरे देश के अनेक राज्यों उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्णाटक, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान इत्यादि से कुल लगभग 50 चयनित शिक्षकों जिनमें देश के प्रख्यात वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद सम्मिलित थे।
प्रोफेसर पांडेय ने संस्था के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को उनके सहयोग को धन्यबाद करते हुए बताया कि आईटीएस मोहन नगर गाजियाबाद अपने स्थापनाकाल से ही अच्छा गुणवत्ता की शिक्षा एवं शोध को प्रारम्भ से ही अपनी प्राथमिकताओं में शीर्ष पर रखा है और यही कारण है कि लगभग सभी संकाय सदस्य या तो पीएचडी कर चुके हैं या नामांकन कर चुके हैं और अधिकतर पूर्ण करने के अंतिम चरण में हैं। इसके साथ साथ मोहन नगर परिसर से ही अकेले संस्था के शिक्षकों द्वारा बड़ी संख्या में पेटेंट एवं कॉपीराइट्स प्रकाशित हो चुके हैं। संस्था के प्रबंधन की दूरगामी नीतियों का परिणाम है और यही कारण है कि आईटीएस में शिक्षकों का दीर्घकालिक जुड़ाव बना हुआ है और अनेक शिक्षक लगभग 20 से भी वर्षों से जुड़े हुए हैं जी निजी शिक्षण संस्थानों में बहुत दुर्लभ सा प्रतीत होता है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि संस्था के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा के कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में संस्था उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते हुए नित नए मानदंड स्थापित करेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button