- फिल्मों में करिअर बनाने के लिए किया था बहुत संघर्ष
नई दिल्ली। बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना। कफन ओढ़ने वाले घंटे नहीं, घड़ियां गिनते हैं। जी हां फिल्मी दुनिया में रोमांस मैन से ही-मैन तक का सफर तय करने वाले मशहूर अभिनेता धर्मेन्द्र का आज जन्मदिन हैं। उनके फेंस सोशल मीडिया पर उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। बालीवुड को एक नई पहचान देने वाले धर्मेन्द्र ने एक से बढ़कर एक फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी। एक समय ऐसा भी जब वे फिल्मी दुनिया में कदम रखने के लिए संघर्ष कर रहे थे और चने खाकर गुजारा किया था। आज पांच सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक धर्मेन्द्र के प्रति उनके फेंस में वही क्रेज है जो पहले था। आठ सिंबर 1935 में पंजाब के लुधियाना के गांव नसराली में जन्मे धर्मेन्द्र ने फिल्मी दुनिया में मुकाम हासिल करने के लिए बहुत संघर्ष किया। फिल्मों में करिअर बनाने के लिए उन्होंने फिल्म अभिनेत्री सुरैया की फिल्म दिल्लगी को एक नहीं दो नहीं बल्कि तीस से अधिक बार देखा। 19 साल की उम्र में वे फिल्मों में अपना भविष्य बनाने के लिए मुंबई आ गए थे। उन्हें पहली फिल्म में बतौर 51 रुपए मिले थे। 86 साल के धर्मेन्द्र के निज जीवन में भी कई उतार-चढ़ाव आए। मात्र मेट्रिक पास एक युवा होने के चलते फिल्मी दुनिया का लंबा सफर तय कर एक बेताज बादशाह के रूप में धर्मेन्द्र को देखा जाता है। 1967 में धर्मेन्द्र की फिल्म फूल और पत्थर खूब चली। इस फिल्म में धर्मेन्द्र पहली बार एक्शन करते नजर आए। इसके बाद 1984 तक उनकी कई फिल्में आर्इं जिनमें धरम वीर, चरस, आजाद, कातिलों का कातिल, गजब, राजपूत, हुकूमत और राजतिलक ने सिनेमा के पर्दे पर खूब तहलका मचाया। धर्मेन्द्र के मीना कुमार के साथ रिश्तों की भी खूब चर्चा हुई। हेमा मालिनी से शादी से पहले उनकी शादी हो चुकी थी। हेमा मालिनी से शादी करना आसान नहीं था लेकिन हेमा मालिनी ने सब बातों को दरकिनार करते हुए धर्मेन्द्र से शादी रचा ली थी। धर्मेन्द्र ने अपनी फिल्म प्रोडक्शन की शुरूआत की और बेटे सन्नी देओल के साथ पहली फिल्म बेताब बनाई। यहां यह बता दें कि सैकड़ों फिल्मों में अभिनय करने वाले धर्मेन्द्र को कोई अवार्ड नहीं मिला। हालांकि हिन्दी फिल्मों में योगदान देने के लिए उन्हें लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला। 2012 में वे पदम भूषण से भी सम्मानित किए गए। फिल्म शोले में उनकी और अमिताभ बच्चन की जोड़ी को खूब सराहाया गया था।