गाजियाबाद। कुरान से 26 आयतों को निकालने और मोहम्मद पर लिखी किताब के बाद विवादों में घिरे शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने सोमवार को हिन्दू धर्म अपना लिया है। डासना मंदिर पहुंचकर उन्होंने पूरे विधि विधान से हिन्दू धर्म अपनाया। उन्होंने अपना नाम अब हरबीर नारायण सिंह त्यागी रख लिया है। यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सनातन धर्म में उनकी वापसी करवाई। इस मौके पर वसीम रिजवी ने कहा कि मुझे इस्लाम से बाहर कर दिया गया है, हमारे सिर पर हर शुक्रवार को इनाम बढ़ा दिया जाता है, ऐसे में मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं। रिजवी ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है। वसीम रिजवी के सनातन धर्म ग्रहण करने के बाद उनका शुद्धिकरण व हवन-यज्ञ आदि अनुष्ठान महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि की देखरेख में किए गए। वसीम रिजवी ने सबसे पहले वैदिक मंत्रों के साथ माँ काली की पूजा की और उसके बाद उनका शुद्धिकरण हुआ।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है। जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। उन्होंने कहा कि इस्लाम को पढ़ने के बाद हम यह समझते हैं कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है।