- मिशन निदेशक ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिए निर्देश
गाजियाबाद। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा एक सप्ताह और मनाया जाएगा। मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने निर्देश दिए हैं कि चार दिसंबर तक प्रस्तावित पुरुष नसबंदी पखवाड़ा की अवधि एक सप्ताह बढ़ाकर 11 दिसंबर तक कर दी गई है। हापुड़ की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रेखा शर्मा ने बताया कि जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के दौरान स्थाई परिवार नियोजन संबंधी सभी सेवाएं रोजाना ब्लॉक स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। जनपद में मंगलवार को दस महिला नसबंदी (एफएसटी) और तीन पुरुष नसबंदी (एनएसवी) कराई गईं। 22 नवंबर से शुरू हुए पखवाड़े के दौरान अब तक कुल 93 एफएसटी और 17 एनएसवी हो चुकी हैं।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. प्रवीण शर्मा ने बताया जनपद में परिवार नियोजन कार्यक्रम को काफी अच्छा रेस्पांस मिल रहा है। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिवार नियोजन के बारे में दंपत्ति को जागरूक कर रही हैं और इच्छुक लाभार्थियों को चिकित्सा केंद्र तक लाकर सेवाएं भी उपलब्ध करा रही हैं। उन्होंने बताया नसबंदी कराने पर आशा कार्यकर्ता को सरकार की ओर से तीन सौ रुपए का भुगतान किया जाता है। उन्होंने बताया पुरुष नसबंदी एक मामूली सी शल्य क्रिया है। मिनी ओटी में इसमें अंजाम देने के बाद कुछ ही देर में लाभार्थी को घर भेज दिया जाता है। उन्होंने कहा नसबंदी कराने के बाद पुरुष अपने सारे कार्य पूर्ववत कर सकता है और इससे उसके वैवाहिक जीवन पर भी कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता।
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि आशा कार्यकर्ता और एएनएम लगातार लाभार्थियों को परिवार नियोजन की विस्तार से जानकारी देती हैं। इसके अलावा हर माह की 21 तारीख को आयोजित किए जाने वाले खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर परिवार नियोजन की सभी सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। उस दिन परिवार नियोजन से संबंधी सलाह भी चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा केंद्र पहुंचने वालों को दी जाती है।