- केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों के अधिकारियों के साथ की बैठक
नई दिल्ली। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान को लेकर पूरी दुनियां में लोगों की चिंता बढ़ी हुई हैं। दक्षिण अफ्रीकी देशों पर पाबंदियां भी लगाई जा रही है। भारत में कोरोना के इस नए वैरिएंट को लेकर केन्द्र सरकार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय फूंक फूंककर कदम उठा रहा है। राज्य सरकारों के साथ बैठकें की जा रही है। पीएम मोदी व गृहमंत्री अमित शाह भी अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों के साथ इस नए वैरिएंट से बचाव के लिए मंथन किया। इस बैठक में उन्होंने सभी राज्यों को छह सूत्रीय उपाय बताए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे कोरोना जांच का दायरा बढ़ाएं और अधिक से लोगों की जांच करें। ऐसा करने से कोरोना का नया वैरिएंट पकड़ में आ सकता है। केंद्र ने राज्यों से कंटेनमेंट जोन तैयार करने के लिए कहा है। प्रत्येक स्तर पर निगरानी बढ़ाई जानी चाहिए। हॉटस्पॉट की निगरानी हो। वैक्सीनेशन के कवरेज में इजाफा हो। स्वास्थ्य संसाधनों को मजबूत भी किया जाए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट आरटी-पीसीआर और रैट परीक्षणों से पहचान में आ सकता है। उन्होंने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने और होम आइसोलेशन की निगरानी को बढ़ाने के लिए कहा है।