मुजफ्फरनगर। बघरा (चरथावल) में आयोजित राष्ट्रीय लोकदल की परिवर्तन संदेश रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी जी कह रहे हैं कि मेरा इरादा अच्छा था पर हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए, सही बात यह है कि मोदी जी उन्हे बरगला नहीं पाए। मैं उनको बता देना चाहता हूँ कि अब किसानों ने समझ लिया है, अगली पीढ़ी ने भी समझ लिया, किसान गंवार नहीं है। किसान अब इनकी झूठी बातों में आने वाला नहीं है। चौधरी जयंत ने कहा कि प्रधानमंत्री आंदोलनरत किसानों को आंदोलनजीवी कहते थे, मैं कहता हूँ यह आंदोलनजीवियों की जीत है और अगर अपना हक पाना है तो सबको आंदोलनजीवी बनना पड़ेगा।
प्रदेश की भाजपा सरकार पर बरसते हुए चौधरी जयंत ने कहा कि योगी जी कहते हैं उन्होंने सब कुछ त्याग दिया है, अब समय आ गया है कि योगी जी आपको लखनऊ की गद्दी भी त्यागनी पड़ेगी। क्येंकि आपका पूरा ध्यान बस पूजा-पाठ और देशभर में अपने होर्डिंग लगवाने में लगा रहता है। एक ऐसा इंसान जिसे नीतियां न तो बनानी आती हैं और न ही लागू करनी आती है। ऐसे इंसान को मुख्यमंत्री कैसे बनाया जा सकता है। चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि 2017 में प्रदेश पर चार लाख करोड़ का कर्ज था जो आज बढ़कर छह लाख करोड़ का हो गया है। हालात यह हैं कि आज सरकार अपने कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रही है, पर मीडिया में योगी जी का प्रचार 24 घंटे चलता रहता है। बिजली बिल जिस रफ़्तार से बढ़ रहे हैं, आने वाले समय में एक आम नागरिक अपनी पूरी कमाई से बस इन बिलों का ही भुगतान कर सकेगा।
चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि हमने और आपने ठान लिया था कि तीनों काले कानून वापिस करायेंगे जिसमें हम सफल रहे। अब फिर से आप ठान लो इस सरकार को खदेड़ कर आप किसान और मजदूरों की सरकार बनाएंगे जो आपके बिजली के बकाया करेगी माफ और आगे के बिलों को हाफ करेगी।
स्वर्गीय चौधरी अजित सिंह जी को याद करते हुए चौधरी जयंत सिंह ने कहा यह चौधरी साहब की दूरगामी सोच का ही परिणाम है कि इस क्षेत्र में वे उद्योग धंधे लगे जो यहां कि मुख्य फसल गन्ने से जुड़े हुए थे। इससे किसानों को उनकी गन्ने की फसल के दाम भी मिले और हजारों युवाओं को नौकरी भी मिली। अब गन्ना किसान फिर मुसीबत में है 14 दिन में गन्ना भुगतान का कानून इस सरकार में बेमानी हो गया है। अब ये इस कानून को ही हटाने की बात कर रहे हैं ताकि किसान को किश्तों में भुगतान हो।
चौधरी जयंत सिंह ने एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि आज मोदी जी ने देश से माफी मांगी हैं क्योंकि हम एकजुट थे। हमें आगे भी एकजुट रहना है। ये बांटने के हथकंडे अपनायेंगे पर हमें साथ रहना है ताकि किसान और नौजवान को अपने हिस्से का अधिकार मिल सके।
चौधरी जयंत सिंह ने आगे कहा कि इस सरकार को बस पूंजीपतियों की चिंता है। योगी जी कहते हैं कि अगर गन्ने के दाम बढ़ाए गए तो पूंजीपतियों की कमर टूट जायेगी। अब पांच साल बाद दाम बढ़ाया भी तो इतना कम कि पड़ोस के राज्य हरियाणा और पंजाब में यहां से ज्यादा दाम दिया जा रहा है।
किसानों में जोश भरते हुए चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि यह आखिरी गन्ने का सत्र है जिसमें किसानों को दिक़्कतें झेलनी हैं। अगले सत्र में हमारी सरकार बनेगी तो किसानों को लागत का डेढ़ गुना दाम मिलेगा। भाजपा की विभाजनकारी बातों पर बोलते हुए चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि ये जिन्ना की बात करते हैं पर हम गन्ने की और नौजवानों की बात करेंगे।
युवाओं को भरोसा दिलाते हुए चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो एक करोड़ युवाओं को रोजगार मिलेगा। यह कोरी घोषणा मात्र नही हैं मैंने विशेषज्ञों के साथ बैठकर पूरा प्लान बनाया है कि कैसे हम अपने इस वादे को पूरा कर सकते हैं। कहा कि मैं अपने नौजवानों को रोजगार नहीं दिला पाया तो ऐसी सत्ता की कुर्सी पर एक दिन नही रहूँगा।
वंचित समाज के लोगों के लिए शुरू की गई बहुजन उदय अभियान के तहत चौधरी जयंत सिंह ने वंचित समाज के लोगों को मुख्य धारा में लाने के लिए लोगों से आह्वान किया। साथ ही कार्यकर्ताओं से कहा कि जो सपना चौधरी चरण सिंह जी ने देखा था जिसमें जातिवाद का जहर न हो उसे हासिल करने की दिशा में हमें कार्य करने हैं। इसके लिए हर रविवार के दिन वंचित समाज के लोगों को पार्टी से जोड़ें। सत्ता आने पर उन्हें भागीदारी देने का काम हम करेंगे।
चौधरी जयंत सिंह ने पिछले वर्षों को याद करते हुए कहा कि हम वंचित समाज को न्याय दिलाने के लिए हमेशा आगे रहे चाहे इसके लिए हाथरस में लाठी क्यूँ न खानी पड़ी हो। लखीमपुर में किसान परिवारों से मिलने के लिए मिलों पैदल चलना पड़ा हो। हम कभी पीछे नहीं हटे हैं।