लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में उत्तर प्रदेश मंडप भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2021 (हॉल नंबर-2) का उद्घाटन किया।
इस दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि कहा कि उत्तर प्रदेश एमएसएमई इकाईयों की स्थापना की दृष्टि से देश में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में कुल 89.99 लाख इकाइयां पंजीकृत हैं, जो देश की कुल पंजीकृत इकाइयों का 14.20 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में निवेशपरक वातावरण सृजित किया गया है, जहां निवेशकों को सयमबद्ध स्वीकृतियां/लाइसेन्स आॅनलाइन रूप से समयबद्ध तरीके से निवेश मित्र व्यवस्था के अन्तर्गत उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा एमएसएमई क्षेत्र में अधिकाधिक ऋण-प्रवाह सुनिश्चित करने हेतु निरन्तर बैंकों के माध्यम से आॅनलाइन ऋण मेलों का आयोजन कराया गया है। जहां वर्ष 2016-17 में केवल रुपये 28,136.00 करोड़ का ऋण एमएसएमई को वितरित किया गया था, वहीं वर्ष 2020-21 में रुपये 73,765.00 करोड़ का ऋण वितरित किया गया, जो पिछले साढ़े चार वर्षों में 2.5 गुना से अधिक वृद्धि दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 34,80,596 नई एमएसएमई इकाइयों को ऋण वितरित कराकर लगभग 63 लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पारंपरिक कामगारों यथा दर्जी, नाई, टोकरी बुनकर, राजमिस्त्री, हलवाई, लोहार, सुनार इत्यादि हेतु विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना सरकार द्वारा लागू की गयी है, जिसके माध्यम से इनका स्किल रिफाइनमेन्ट कराया जा रहा है तथा उन्नत टूलकिट उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से प्रदेश के निवेश वातावरण में उल्लेखनीय सुधार हुआ है एवं प्रदेश आज ईज आॅफ डुइंग बिजनेस रैकिंग में दूसरे स्थान पर है।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, सीईओ ग्रेटर नोएडा नरेन्द्र भूषण, सीईओ ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी रितु महेश्वरी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित थे।