नई दिल्ली। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। उनके दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। धारा 370 हटने के बाद पहली बार अमित शाह जम्मू-कश्मीर जा रही हैं। श्रीनगर हवाई अड्डे से वे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ सीधे राजभवन जाएंगे। तीन दिनों के भीतर अमित शाह कई महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। उनके दौरे को लेकर गृह मंत्रालय ने विशेष तौर पर स्नाइपर्स, ड्रोन और शॉपशूटर्स को तैनात किया गया है। दरअसल घाटी में हाल ही में आतंकी घटनाओं में वृद्धि हुई है, दूसरे राज्यों के लोगों की हत्या की गई हैं, ऐसे समय में अमित शाह के दौरे को लेकर भी बेहद सतर्कता बरती जा रहीी है। अमित शाह सुरक्षा अधिकारियों के साथ राजभवन में हाईलेवल मीटिंग भी करेंगे।
अमित शाह के दौरे को लेकर श्रीनगर में पैरा मिलिट्री के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पूरे केंद्र शासित प्रदेश में सीआरपीएफ की 10 और बीएसएफ की 15 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि अमित शाह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अलग-अलग राजनैतिक दलों के डेलिगेशन, कश्मीर ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन, हाउस बोट एसोशिएशन, कश्मीर चैंबर्स आॅफ कॉमर्स, सुरक्षा एजेंसियों और कश्मीर सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग के एजेंडे में कश्मीर का विकास प्रमुख मुद्दा होगा।
गृह मंत्री 24 अक्टूबर को जम्मू में भाजपा की एक रैली को संबोधित करेंगे। 25 अक्टूबर को वे श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करेंगे। वे डल झील के पास आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
बताया तो यह भी जा रहा है कि हाल ही में आतंकियों के टारगेट किलिंग में मारे गए कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदरू के परिवार व 7 अक्टूबर को मारी गईं प्रिंसिपल सुपिंदर कौर व अरशद अहमद मीर के परिजनों से भी अमित शाह मुलाकात कर सकते हैं।