- कादिर राणा के बाद शाहिद अखलाक हो सकते हैं सपा में शामिल
मेरठ। समाजवादी पार्टी ने अब वेस्ट यूपी के कद्दावर नेताओं को पार्टी में शामिल करने का सिलसिला छेड़ दिया है। अब तक तो यही कहा जाता था कि वेस्ट यूपी में सपा की सहयोगी पार्टी रालोद पूरी तरह से अपने को मजबूत कर रही है लेकिन हाल ही में हुए घटनाक्रम से लगता है कि सपा भी वेस्ट यूपी में अपने को किसी भी स्तर पर कमजोर नहीं समझना चाहती है। वेस्ट यूपी में सपा के पास वैसे तो कई कद्दावर नेता हैं और पार्टी को मजबूती प्रदान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन अब जिस तरह से औवेसी ने मसूरी में मुस्लिमों के गढ़ में सभा को संबोधित किया उसके बाद से सपा बेहद ही संजीदगी के साथ एक के बाद एक मुस्लिम नेताओं को पार्टी में शामिल कर रही है। पिछले दिनों मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद कादिर राणा ने सपा का दामन थामा। कादिर राणा बसपा के मजबूत नेताओं में माने जाते हैं। कादिर राणा का मुजफ्फरनगर में काफी दबदबा है। समाजवादी पार्टी में कादिर राणा के आने से वेस्ट यूपी में मुस्लिमों को एक मंच पर रोके रखने में अखिलेश यादव को काफी हद तक मदद मिल सकती है। इससे भी बड़ी बात यह सामने आ रही है कि मेरठ के पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक भी सपा में शामिल हो सकते हैं। सपा के युवा नेता अतुल प्रधान के साथ हाजी शाहिद अखलाक ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की है। इस मुलाकात को इसी आईने से देखा जा रहा है कि हाजी शाहिद अखलाक कभी भी सपा में शामिल हो सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो सपा मुजफ्फरनगर के बाद मेरठ में भी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। वैसे रालोद प्रमुख जयंत चौधरी भी ताबड़तोड़ आशीर्वाद पथ जनसभाओं को संबोधित कर वेस्ट यूपी में पार्टी को मजबूत करने में लगे हैं। अब दोनों में किस तरह से तालमेल होता है यह तो समय ही बताएगा।
वैसे बता दें कि पूर्व सांसद शाहिद अखलाक 2004 में बसपा के टिकट पर मेरठ के सांसद चुने गए थे। वह मेरठ के मेयर भी रह चुके हैं। 2009 में उन्होंने सेक्युलर एकता पार्टी बनाई थी।