- यूपी के पूर्व मंत्री व मौजूदा भाजपा विधायक पर रिश्तेदारों ने लगाए गंभीर आरोप
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी और भाजपा के मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी पर गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप किसी और नहीं बल्कि उन्हीं के रिश्तेदारों ने लगाए हैं। पूर्व मंत्री एवं विधायक पर हत्यारोपी को संरक्षण देने और वादी को रास्ता से हटाने के लिए हत्या का षडयंत्र रचने का भी आरोप है। यह आरोप यहां आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में लगाए गए हैं।
बता दें कि पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी के साले नरेश त्यागी की हत्या 9 अक्टूबर 2020 को कर दी गई थी। नरेश त्यागी भी पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी के लोहियानगर आवास के पास ही स्थित मकान में रहते थे। इस हत्याकांड में पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी के पुत्र गिरीश त्यागी आदि को नामजद कराया गया था। पुलिस ने हत्याकांड में जितेन्द्र त्यागी, विपिन शर्मा, मनोज कुमार, अर्पण चौधरी को गिरफ्तार किया था। लेकिन गिरीश त्यागी को हत्या की वारदात के एक साल बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। नरेश त्यागी के पुत्र अभिषेक त्यागी ने नवयुग मार्केट स्थित एक रेस्टोरेंट में प्रेस कान्फ्रेंस में आरोप लगाया कि हत्यारोपी गिरीश त्यागी को पूर्व कैबिनेट मंत्री राजपाल त्यागी और उनका बेटा विधायक अजीतपाल त्यागी संरक्षण दे रहे हैं और पुलिस पर दबाव बनाकर उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 18 मार्च 2021 को पुलिस द्वारा अदालत से धारा 82 के तहत कार्रवाई के आदेश प्राप्त कर लिए थे लेकिन छह माह बाद पांच सितंबर 2021 को उसकी फरारी का मुकदमा 174 ए के तहत दर्ज कर लिया। यानी पुलिस ने धारा 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने गिरीश त्यागी की फरारी तो दिखा दी लेकिन उस पर ईनाम की राशि घोषित नहीं की। अभिषेक त्यागी ने कहा कि अपने परिवार की पुलिस द्वारा सुरक्षा हटा दिए जाने के कारण उन्होंने लोहियानगर का मकान भी छोड़ दिया और कहीं ओर छुपकर रहना पड़ रहा है। उन्हें डर है कि उनकी व उनके परिवार की हत्या कराई जा सकती है। उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि गिरीश त्यागी व जितेन्द्र त्यागी कई आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। उन्होंने कहा कि बार-बार गुहार लगाए जाने के बाद भी उनके शस्त्र लाइसेंस नहीं बनाए जा रहे हैं। पुलिस ने गिरीश त्यागी के शस्त्र लाइसेंस को निरस्त तक नहीं किया है। उन्होंने पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए अपनी व परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है।