लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। शाहजहांपुर में अदालत परिसर में ही अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने पीछे से उनके सिर में गोली मारी। अधिवक्ता को गोली मार दिए जाने की घटना से हड़कंप मच गया। गोली मारने के बाद बदमाश तमंचा छोड़कर भाग लिया। शाहजहांपुर के जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कान्फ्रेंस कर घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पृथम दृष्टया मामला रंजिश से जुड़ा लग रहा है, फिर भी पुलिस की कई टीमें इस घटना का पर्दाफाश करने में लगाई गई हैं। उन्होंने दावा किया हत्याभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट पर एडवोकेट भूपेंद्र सिंह कोर्ट की तीसरी मंजिल में एसीजेएम के दफ्तर की ओर जा रहे थे तभी पीछे से किसी ने तमंचे से उन पर फायर कर दिया। गोली सिर के पीछे के हिस्से में लगी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उधर, कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े वकील की हत्या पर अधिवक्ताओं में रोष फैल गया। अधिवक्ताओं ने हत्यारोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन भी किया।
बताया गया है कि एडवोकेट भूपेंद्र प्रताप तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। बड़े भाई योगेंद्र प्रताप हैं, मंझले भाई महेन्द्र प्रताप हैं। योगेंद्र ने हत्या की तहरीर दी है। इसमें उन्होंने चौक कोतवाली क्षेत्र के एक ही परिवार के तीन लोगों पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि छोटे भाई भूपेंद्र प्रताप का इन लोगों के साथ संपत्ति को लेकर मुकदमा चल रहा था। जनता इंटर कॉलेज के पास के यह लोग रहने वाले हैं।
जिस वक्त वारदात हुई उस वक्त आॅफिस में कोई मौजूद नहीं था, इसलिए काफी देर तक किसी को पता नहीं चल सका। बाद में एक क्लर्क वहां पहुंचा, तो भूपेंद्र सिंह को जमीन पर पड़े हुए थे और उनके सिर से खून निकल रहा था।
कोर्ट परिसर में तमंचे के साथ दाखिल होने पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।