लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व प्रयागराज में स्थित बाघम्बरी मठ के ब्रह्मलीन महंत श्री नरेन्द्र गिरि महाराज के अन्तिम दर्शन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा कि महंत नरेन्द्र गिरि महाराज का निधन आध्यात्मिक और धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। यह अत्यन्त दु:खद घटना है। उन्होंने अखाड़ा परिषद व संत समाज की अविस्मरणीय सेवा की थी। आम जनमानस व श्रद्धालुओं की भावनाओं के अनुरूप प्रयागराज कुम्भ-2019 को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का प्रयास किया था। प्रयागराज कुम्भ को सकुशल, सुरक्षित, सुव्यवस्थित एवं सफल बनाने में उनका सहयोग प्राप्त हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप प्रयागराज कुम्भ को वैश्विक मंच पर मान्यता मिली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महंत नरेन्द्र गिरि ने प्रयागराज कुम्भ के आयोजन में सभी अखाड़ों, पंथ, सम्प्रदायों से जुड़े आचार्य, धर्माचार्यों के बीच बेहतर समन्वय और संवाद बनाए रखा। उसी का परिणाम था कि प्रयागराज कुम्भ अपनी भव्यता के कारण वैश्विक मंच पर अद्भुत घटना के रूप में जाना जाता है, जिसमें सुव्यवस्था, सुरक्षा, स्वच्छता के नए मानक स्थापित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महंत नरेन्द्र गिरि के निधन की घटना से सम्बन्धित सभी साक्ष्य एकत्र किये जा रहे हैं। यह घटना एक वरिष्ठ धर्माचार्य से जुड़ी है। एडीजी जोन, आईजी रेंज, डीआईजी प्रयागराज की एक पुलिस टीम तथा मंडलायुक्त प्रयागराज एक साथ मिलकर टीमवर्क करते हुए जांच कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना का पर्दाफाश होगा। जो भी व्यक्ति इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसको कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाएगी।
इस अवसर पर नागरिक उड्डयन तथा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, विधान परिषद के सदस्य स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।