गाजियाबाद। आईटीएस मोहननगर में नवप्रवेशी छात्रों के प्रथम ग्रुप के लिए एक तीन सप्ताह का स्टूडेंट इंगेजमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है, इसमें शिक्षा, रिसर्च, डिफेंस, मीडिया, इनफार्मेशन टैक्नोलॉजी, व्यवसाय जगत के विशेषज्ञों एवं उद्यमियों को आमंत्रित किया गया है जो इन नवप्रवेशी छात्रों को सम्बोधित करेंगे और उनका मार्गदर्शन भी करेंगे। बता दें कि आईटीएस द्वारा नए छात्रों को प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए तैयार करने, संवेदनशील तथा अनुकूलन के साथ-साथ अपना बीबीए तथा बीसीए कोर्स पूर्ण करने के पश्चात उपलब्ध कैरियर तथा उन्हें प्राप्त करने के लिए किस प्रकार तैयारी करनी होगी, इस पर उन्हें मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से सत्र प्रारम्भ करने के पूर्व किया जाता है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन आईटीएस द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने आॅनलाइन माध्यम से किया। इस अवसर पर ख्यातिप्राप्त मोटिवेशन स्पीकर एवं उद्यमी शंकर गोयनका, अमर उजाला लिमिटेड के एसोसिएट वाईस प्रेजिडेंट अशोक शर्मा, आईटीएस गाजियाबाद के स्नातक परिसर एवं आईटी के निदेशक प्रोफेसर सुनील पांडेय, वाईस प्रिंसिपल प्रोफेसर नैंसी शर्मा के साथ-साथ समस्त संकाय सदस्य व पांच सौ से अधिक नवप्रवेशी छात्र उपस्थित थे। इस अवसर पर अर्पित चड्ढा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में जिस प्रकार तेजी से विश्वस्तर पर तकनीकों का विकास हो रहा है तथा व्यवसाय जगत की आवश्यकताएं परिवर्तित हो रही हैं, नए छात्रों से अपेक्षाएं भी बढ़ रही हैं। इन परिस्थितियों में अपने आपको इन चुनौतियों एवं अपेक्षाओं के लिए तैयार करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि इस पूरी प्रक्रिया में आईटीएस द्वारा सभी संभव संसाधन एवं मार्गदर्शन प्रदान किया जायेगा। उन्होंने इस छात्रों के उज्जवल भविष्य कि शुभकामनाएं भी दीं। आईटीएस गाजियाबाद के स्नातक परिसर एवं आईटी के निदेशक प्रोफेसर सुनील पांडेय ने छात्रों को संस्था द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं, संसाधनों तथा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए उपलब्ध अवसरों पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं पूर्ण मनोयोग से उनका प्रयोग एवं सीखने की आवश्यकता पर बल दिया।
आईटीएस गाजियाबाद के स्नातक परिसर की उप प्रधानाचार्य प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्था द्वारा सीखने एवं स्किल के विकास की अप्पर संभावनाएं उपलब्ध हैं जिसका सही प्रकार से उपयोग कर छात्रों को आगे बढ़ने का सतत प्रयास करते रहना होगा।
मुख्य अतिथि अशोक शर्मा ने वर्तमान में प्रतियोगितापरक युग में अपने आपको प्रासंगिक बनाये रखने के लिए निरंतर सार्थक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. शंकर गोयनका ने सकारात्मक सोच के साथ समाधान के लिए प्रयास करने पर बल दिया।