- छात्रों को रोजगार शिक्षा प्रदान करने में आईटीएस लगातार प्रयासरत: अर्पित चढ्डा
गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस के यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) के प्राचार्य एवं शिक्षकों को उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग एवं चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा आईटीएस के नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन तथा योगदान के लिए सम्मानित किया गया। आईटीएस गाजियाबाद के यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) सुनील पांडेय, वाईस प्रिंसिपल प्रोफेसर नैंसी शर्मा, डॉ. विदुषी सिंह, डा. विजय प्रकाश गुप्ता एवं प्रोफेसर चंदा जैन को उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग तथा चौधरी चरण विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा उनके नई शिक्षा नीति के क्रियावन्यन में महत्वपूर्ण योगदान और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मेरठ क्षेत्र से विधान परिषद् के सदस्य श्रीचंद शर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार एवं चौधरी चरण विश्वविद्यालय मेरठ के नोडल अधिकारी प्रोफेसर राकेश सोनी उपस्थित थे एवं उन्होंने शिक्षकों को सम्मानित किया। ज्ञात हो कि इस वर्ष शिक्षक दिवस के अवसर पर जनपद के उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थानों के 75 शिक्षकों को उनके उच्च शिक्षा के क्षेत्र में योगदान तथा नई शिक्षा नीति की क्रियावन्यन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया। सम्मानित किए जाने वाले शिक्षकों में आईटीएस गाजियाबाद के यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) सुनील पांडेय, वाईस प्रिंसिपल प्रोफेसर नैंसी शर्मा, डॉ. विदुषी सिंह, डॉ. विजय प्रकाश गुप्ता एवं प्रोफेसर चंदा जैन सम्मिलित थे।
बता दें कि आईटीएस गाजियाबाद में यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) द्वारा 2008 से ही छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए कौशल विकास आधारित शिक्षा को अपना लिया गया था। आईटीएस गाजियाबाद में नई शिक्षा नीति-2020 के परिप्रेक्ष्य में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में तेज गति से कार्य किया जा रहा है जिससे छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा के साथ-साथ उन्हें नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित किया जा रहा है। आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चढ्डा ने आईटीएस गाजियाबाद द्वारा रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में किए जा प्रयासों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए संतोष व्यक्त किया एवं कहा कि यह सम्मान निश्चित रूप से अन्य शिक्षकों को भी अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रेरित करेगा तथा अन्य संस्थानों के लिए भी पथ प्रदर्शक का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि गत 26 वर्षों में जिस प्रकार आईटीएस गाजियाबाद ने समय से पहले भविष्य की चुनौतियों को पहचानकर सबसे पहले अपने आपको जिस प्रकार से भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रखा है वह अपने आपने में बहुत प्रसन्नता का विषय है।
उन्होंने कहा एक संस्था के रूप में आईटीएस ने सबसे पहले 2008 में ही बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रमों के साथ-साथ रोजगारपरक इंडस्ट्री सर्टिफाइड डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में भी शिक्षा प्रदान करने वाला शिक्षण संस्थान बन गया था। उन्होंने विश्वास दिलाया कि संस्था छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
आईटीएस गाजियाबाद के स्नातक परिसर एवं आईटी के निदेशक प्रोफेसर सुनील कुमार पांडेय ने इस अवसर पर सभी सम्मानित शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार का सम्मान गर्व एवं प्रसन्नता का विषय है परन्तु दूसरे अर्थों में बहुत बड़ा उत्तरदायित्व एवं सतत अपना उत्कृष्ट प्रदर्शित करने का दबाव भी बढ़ाते हैं। उन्होंने संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि आईटीएस गाजियाबाद द्वारा छात्रों को सैद्धांतिक अध्ययन के साथ साथ प्रायोगिक एवं रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न नवीनतम तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है। आईटीएस स्नातक परिसर की उप-प्राचार्या प्रोफेसर नैंसी शर्मा ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी सम्मान प्राप्त करने वाले शिक्षकों को शुभकामनाएं भी दीं।