लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अतरौली में पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के त्रयोदशी संस्कार में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सहित राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र तथा उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने केएमवी इंटर कॉलेज अतरौली में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि हजारों, सैकड़ों वर्षों के उन सपनों को साकार करने के लिए जिस भी प्रकार के त्याग व समर्पण की आवश्यकता पड़ी, स्व. कल्याण सिंह कभी उससे पीछे नहीं हटे। उन्होंने देश व समाज के लिए जीवनपर्यन्त अपने को समर्पित कर दिया। यही कारण था कि स्व. कल्याण सिंह को जब भी सरकार व संगठन की जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने दोनों दायित्वों का पूरी प्रतिबद्धता, समर्पण व दृढ़ता के साथ निर्वहन किया। उनके त्याग और बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. कल्याण सिंह ने उत्तर प्रदेश में भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त शासन व्यवस्था स्थापित करके गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों के हितों व कल्याण के लिए अपनी शासकीय जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी व प्रतिबद्धता के साथ किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री के रूप में और प्रदेश के बाहर राज्यपाल के रूप में उन्होंने सुशासन के मानक स्थापित किए। कल्याण सिंह श्रीराम मंदिर निर्माण आन्दोलन के अग्रिम पंक्ति के योद्धा थे।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि स्व. श्री कल्याण सिंह ने अपने जीवन मूल्यों व सिद्धान्तों से कभी समझौता नहीं किया, चाहे वह किसी भी पद पर रहे हों। उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने बाबूजी के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व किसी एक राज्य या प्रदेश की सीमा से परे था। उनके व्यक्तित्व ने हम सबके हृदय पर अमिट छाप छोड़ी है।
इस अवसर पर केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बीएल वर्मा, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डॉ. दिनेश शर्मा तथा प्रदेश सरकार के मंत्री, विधान परिषद सदस्य स्वतंत्रदेव सिंह आदि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सहित सभी गणमान्य लोगों ने त्रयोदशी संस्कार पर प्रसाद ग्रहण किया।