लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में राज्य सरकार की ट्रेस, टेस्ट एवं ट्रीट की रणनीति कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कोरोना प्रोटोकॉल का पूर्णत: पालन सुनिश्चित कराने तथा कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्था को प्रभावी बनाये रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच नि:शुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। बरसात के मौसम में बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की सम्भावना रहती है। 7 से 16 सितम्बर तक प्रदेशव्यापी सर्विलान्स कार्यक्रम संचालित किया जाए। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित/कोविड के लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान करें। इसके साथ ही, 45 वर्ष से अधिक आयु के जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है, उनकी सूची बनायी जाए तथा उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने शहरी व ग्रामीण इलाकों में साफ-सफाई का विशेष अभियान चलाने तथा संचारी रोगों से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किये जाने के निर्देश दिये। कोई भी कर्मचारी व अधिकारी कार्यालय परिसर में पान, मसाला, गुटखा व तम्बाकू का सेवन न करे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि सभी शासकीय कार्यालयों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा दिव्यांगजन श्रेणी के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति का वितरण समयबद्ध ढंग से किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर से इसकी समीक्षा कर मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित की जाए।