- स्वयं सहायता समूह वित्त पोषण व अन्य विषयों पर की गई चर्चा
- भूमिहीन किसानों, पट्टे एवं बंटाई पर खेती करने वाले किसानों एवं छोटे-छोटे उद्यम करने वालों लोन देने पर जोर
गाजियाबाद। नाबार्ड द्वारा जिला सहकारी बैंक के राजनगर गाजियाबाद स्थित प्रधान कार्यालय में बैंक अधिकारियो के लिये एक दिवसीय जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह वित्तपोषण एवं इससे सम्बंधित अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए समूहों के बैंक लिंकेज को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया। डीडीएम नाबार्ड द्वारा भूमिहीन किसानों, पट्टे एवं बंटाई पर खेती करने वाले किसानों एवं छोटे-छोटे उद्यम करने वाले लोगों को किफायती दर पर ऋण दिलाने के लिए संयुक्त देयता समूह वित्तपोषण (जेएलजी) के माध्यम से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में पूंजी संरचना बढ़ाने के लिए कृषि सावधि ऋण बढ़ाने के लिए गहन प्रयास करने के लिये कहा। इस अवसर पर अग्रणी जिला प्रबंधक एसपी यादव ने सभी बैंक अधिकारियों से विभिन्न सरकारी योजनाओं, विशेषकर एनआरएलएन, पीएमईजीपी इत्यादि को प्राथमिकता देने का आह्वान दिया। उन्होंने इन योजनाओं से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर भी चर्चा की। कार्यक्रम में तकनीकी अधिकारी सुबोध चौधरी ने कृषि से सम्बधित विभिन्न विभागों की बैंकों से सम्बंधित सभी योजनाओ के विषय मे जानकारी दी। साथ ही बैंक वित्तपोषण मे होने वाली समस्याओं के विषय में भी अवगत कराया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में पूंजी संरचना के लिए उनके विभाग की योजनाओं के लाभार्थियों को बैंकों द्वारा वित्तपोषण करने के लिये कहा तथा इससे संबंधित विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। तकनीकी अधिकारी सोम्या केनरा बैंक ने बैंक को विविधीकरण ऋण के विषय में जानकारी ली। इस अवसर पर दिवाकर सिंह सचिव/महाप्रबंधक गाजियाबाद जिला सहकारी बैंक ने कहा कि उनका बैंक तत्परता से सभी मुद्दों पर हमेशा से कार्यरत है और कृषि क्षेत्र एव सरकारी योजनाएं हमेशा से उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड द्वारा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया तथा एनआरएलएम, सावधि ऋण एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक सीके गौतम, अग्रणी जिला प्रबंधक एसपी यादव, जिला सहकारी बैंक के सचिव/महाप्रबंधक दिवाकर सिंह, सभी उपमहाप्रबंधक राजन कुमार, प्रेम सिंह, योगेंद्र पाल सिंह एवं अवनेद्र तोमर, केनरा बैंक के तकनीकी अधिकारी सोम्या, सुबोध चौधरी एवं अन्य बैंक अधिकारी उपस्थित रहे।