देहरादून। प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर जहां भाजपा पूरी तैयारी में है तो वही कांग्रेस का रोडमैप भी जल्द सामने आ सकता है। भाजपा सरकार की खामियों को केंद्र में रखकर ऐसी रणनीति को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिससे पार्टी का जनता से सीधे जुड़ाव हो सके। भू-कानून को लेकर जिस तरह पूरे प्रदेश में बहस छिड़ी हुई है, इसे देखते हुए कांग्रेस इस मुद्दे पर अपना रुख जल्द साफ कर सकती है। कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद सतर्क है। प्रदेश संगठन में किए गए हालिया बड़े बदलाव के साथ ही जिस तरह 10 अहम समितियों का तुरंत गठन किया गया, उसके पीछे चुनावी गणित ही मानी जा रही है। अभी तक केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर हमले के लिए मुख्य हथियार के तौर पर महंगाई के मुद्दे पर तो लड़ा ही जाएगा, भू-कानून को लेकर असंतोष को भुनाने के लिए खास तैयारी की जा रही है।