नई दिल्ली। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने लद्दाख दौरे के दूसरे दिन सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पड़ोसी देशों के साथ बातचीत के जरिए सभी पहलुओं पर बात कर हल निकाला जाना चाहिए। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि यदि कोई पड़ोसी मुल्क धमकी देने की कोशिश करता है तो उसे भारत कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान के शहीदों की कुर्बानी को भारत हमेशा याद रखेगा। चीन को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि भारत भारतीय सशस्त्र बल हर चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित 63 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद आतंकवाद की घटनाओं में कमी आई है। यहां निवेश लाने और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए केंद्र द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू हो। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बात कर चुके हैं।