स्वस्थ जीवन का तात्पर्य है स्वस्थ शरीर एवं प्रफुल्लित मन। यह तभी संभव है, जब आप एक स्वस्थ जीवन शैली के साथ जीवन में अच्छी आदतों को अपनायेंगे। क्योंकि हमारे जीवन की अधिकांश गतिविधियां आदतन ही घटित होती हैं। अच्छी आदतें आपको अच्छा बनाती हैं, आपको स्वस्थ एवं खुशहाल बनाती हैं।
नींद की आवश्यकता
आपका मूड और आपका स्वास्थ्य कैसा होगा यह आपके सोने के तरीके से तय होता है। स्वस्थ जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण कदम यह है कि हर दिन पर्याप्त नींद लें और देर रात जाग कर काम करने से भी बचें।आप पूरे दिन सुस्त और आलसपन महसूस कर सकते हैं यदि आपकी पिछली रात की नींद खराब हो गयी है। एक स्वस्थ शरीर और मन के लिए नींद की अहमियत क्या है, यह आप जरूर जानते होंगे। इसके लिए हर किसी को कम से कम 7 या 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए।
जल्दी उठें
रात्रि में जल्दी सोना व दिन की शुरुआत जल्दी करने की आदत आपके शरीर की जैविक घड़ी को संतुलित रखने में मदद करती है। सुबह जल्दी उठने से न केवल आपके दिन के लिए अतिरिक्त समय मिलता है, साथ ही आप ज्यादा फ्रेस, एक्टिव और प्रसन्न रहते हैं। एक संतुलित दिनचर्या आपको विभिन्न रोगों के खतरे से बचाती है। सुबह उठकर एक गिलास हल्का गर्म पानी पीना आपके मेटाबॉलिज्म दर को बढ़ाने में मदद करता है। एवं सुबह के समय किया हुआ व्यायाम आपको पूरे दिन एक्टिव रखता है। साथ ही इससे अनिद्रा की समस्या भी दूर होती है। शांत वातावरण मिलने से दिन के सबसे महत्वपूर्ण कार्यो को खत्म करने का सबसे उपयुक्त समय होता है। जब दूसरे लोग सो रहे होंगे, उस समय आप अपने विकास के कार्य कर सकते हैं।
नियमित व्यायाम
व्यायाम के अलावा हर दिन केवल कुछ देर की पैदल चाल का असर भी बहुत ही चमत्कारी होता है। लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का प्रयोग एवं कम दूरी की यात्रा में पैदल चलना भी आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर डालता है। रोजाना व्यायाम करने से हृदय रोग, उच्च रक्तचाप व मधुमेह जैसी बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सकता है। नियमित व्यायाम न केवल आपको सक्रिय रखता है, साथ ही व्यायाम से वजन घटाने में, मांसपेशियों को मजबूत करने, हड्डियों व जोड़ो को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। स्वस्थ और लंबा जीवन जीने के लिए शारीरिक सक्रियता बहुत जरूरी है।
सुबह का नाश्ता
कहा जाता है कि सुबह का नाश्ता दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन होता है। कारण यह है कि रात के खाने के बाद अगले भोजन का अंतराल लंबा होता है। ब्रेकफास्ट में देरी या छोड़ने पर तेज भूख के कारण अनहेल्दी या ज्यादा खाना खाने का चांस बढ़ जाता है। जिससे आलस का अनुभव होता है। लंबे समय में इससे मोटापा बढ़ने व अन्य बीमारियों जैसे सिरदर्द, मेटाबॉलिज्म दर में कमीं, मधुमेह व हृदय रोगों की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए सुबह के नाश्ते को कभी न छोड़े। क्योंकि सुबह का नाश्ता आपको पूरे दिन फिट और एक्टिव रखता है।यदि समय पर कुछ न खाया जाए तो इसका नकारात्मक प्रभाव शारीरिक ऊर्जा में कमीं व खराब मूड के रूप में दिखता है।
संतुलित आहार
स्वस्थ एवं संतुलित आहार एक स्वस्थ शरीर व मस्तिष्क के लिए अति आवश्यक होता है। क्योंकि संतुलित आहार ही आपके शरीर के विकास, टूट-फूट की मरम्मत और कार्य करने की शक्ति के लिए जरूरी पोषक तत्व व ऊर्जा प्रदान करता है।
आप स्वस्थ, सुडौल शरीर वाले ऊर्जावान व्यक्ति होंगे अथवा कमजोर या स्थूल शरीर वाले और आलसपन के शिकार होंगे, यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या ग्रहण करते हैं। अधिक तैलीय व भारी भोजन मोटापा लाने व बीमारियों को उत्पन्न करने वाला होता है। जबकि स्वस्थ आहार जैसे सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें ये सभी शरीर को उचित पोषण प्रदान करते हैं। अतः स्वस्थ जीवन शैली के लिए स्वस्थ को अपनाना भी जरूरी है।
तनाव कम करें
आजकल तनाव हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। लंबे समय में तनाव से हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, डिप्रेशन या एंग्जाइटी की समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। चेहरे पर झुर्रियां, सिरदर्द, नींद की गड़बड़ी होने लगती हैं। क्योंकि अधिक तनाव से मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर बुरा असर हो सकता है। यह शरीर पर भी गंभीर असर डालता है। थकान, वजन में कमीं या बढ़ना, पेट में खराबी अथवा ऊर्जा में कमीं का एक कारण अधिक तनाव भी होता है। अतः आपको सीखना चाहिए कि कैसे आप अपनी चिंताओं से मुक्ति पा सकते हैं और अपने मूड को अच्छा बना सकते हैं।
यदि आप स्वस्थ एवं एक्टिव जीवनशैली चाहते हैं तो आपको हमेशा वही करना चाहिए जो आपके तन एवं मन दोनों के लिए सही हो। अच्छी आदतें आपको अच्छा महसूस कराती हैं, आपकी आत्मछवि व सम्मान को बढ़ाती हैं।