गाजियाबाद। निर्जला एकादशी के अवसर पर तीन दिवसीय श्री भक्तमाल कथा का आयोजन गुलमोहर एन्क्लेव निवासी हरिमोहन गोयल के यहां किया गया। नवनीतप्रिय दास जी महाराज ने अपनी रसमयी वाणी के द्वारा श्री भक्तमाल कथा का गायन किया। प्रथम दिवस कथा में राजा मोरध्वज के त्याग की सुंदर कथा हुई। दूसरे दिन गंगा दशहरा के अवसर पर श्री गंगा जी की महिमा एवं एकादशी के दिन राजा रुक्मांगद के चरित्र के साथ एकादशी की महिमा का वर्णन किया गया। प्रतिदिन लगातार ठाकुर जी के नौका विहार, पुष्प कुंज आदि का भी मनोरथ किया गया। कथा में अनेक संतों का आगमन हुआ। संकीर्तन की रसधारा का भी सभी ने आनन्द लिया। कथा के आयोजन में संस्कार प्रवाह ट्रस्ट, गाजियाबाद के सदस्यों की भी महती भूमिका रही। इस आयोजन की सफलता में मुख्य रूप से ईशान गोयल, सुनीता गोयल, समीर रजत मित्तल, अजय शर्मा, वीरेंद्र सारस्वत, ह्रदयेश अग्रवाल आदि का सहयोग रहा।