- सभी अस्पतालों में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए उपलब्ध रहें दवाइयां
- बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन तथा हवाई अड्डों पर एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
- अब तक 56 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीद, किसानों को 10,019 करोड़ से अधिक के गेहंू मूल्य का भुगतान
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट नीति से प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आयी है। कोविड संक्रमण कम हुआ है, किन्तु अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत लोगों को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए तथा कोविड वैक्सीनेशन का कार्य पूरी गति से संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि 6 लाख वैक्सीनेशन के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 21 जून, 2021 को प्रदेश में 7 लाख 29 हजार 197 वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर की गयीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन कार्य की यह निरन्तरता बनी रहे। ज्ञातव्य है कि अब तक राज्य में 2 करोड़ 63 लाख 22 हजार 777 वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बाजारों आदि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न होने पाए। इसके लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। आवागमन को सुचारु बनाये रखने तथा तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए व्यापक रूप से पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रयोग किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बाहर निकलने वाले लोग अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग एवं दो-गज की दूरी के नियम का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चलती रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बावजूद प्रदेश सरकार ने किसान हित में एमएसपी के तहत पूरी तत्परता से गेहूं खरीद की। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अब तक 56 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीद की गई है। किसी एक वर्ष में यह प्रदेश में हुई सबसे अधिक गेहूं खरीद है। किसानों को 10,019 करोड़ रुपये से अधिक के गेहंू मूल्य का भुगतान किया जा चुका है।