- 51 महिलाओं ने गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा पर भरोसा जताया
- 107 ने आईयूसीडी और सात महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनाई
हापुड़। जनपद में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूरे जनपद में आठ महिलाओं ने नसबंदी कराई। 107 महिलाओं ने आईयूसीडी और सात महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनाई। इसके अलावा जनपद में कुल 50 महिलाओं गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा अपनाया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा ने बताया नवंबर, 2020 से हर माह की 21 तारीख को उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी), एक वर्ष के दौरान शादी करने वाले दंपत्ति और तीन या उससे अधिक बच्चों वाले दंपत्ति को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी देना और इसके लिए जरूरी साधन उपलब्ध कराना है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डा. प्रवीण शर्मा ने बताया हापुड़ सीएचसी, धौलाना सीएचसी, सिखेड़ा सीएचसी और सिंभावली सीएचसी में खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन बड़े स्तर पर किया गया। सभी जगह बॉस्केट आॅफ च्वाइस का अच्छा प्रदर्शन करके लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर जनपद में अपना परिवार पूरा कर चुकीं आठ महिलाओं ने परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में नसबंदी को अपनाया। दो बच्चों के बीच तीन वर्ष का सुरक्षित अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में कुल 107 महिलाओं ने आईयूसीडी और सात महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी पर भरोसा जताया। परिवार नियोजन के लिए सोमवार को कुल 51 महिलाओं ने गर्भ निरोधक इंजेक्शन ह्लअंतराह्व अपनाया। मेटरनल हेल्थ (मातृ स्वास्थ्य) कंसलटेंट की ओर से इस मौके पर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान तीन जांच अवश्य कराने की सलाह दी। इससे न केवल हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) का समय से पता चल जाता है बल्कि एचआईवी जैसी जरूरी जांच भी हो जाती हैं। उन्होंने बताया हर माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के मौके पर सभी सरकारी चिकित्सालयों में गर्भवती की निशुल्क जांच की जाती है।
धौलाना सीएचसी में 16 महिलाओं ने अपनाया अंतरा
जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलाना में सबसे ज्यादा 16 महिलाओं ने अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन अपनाया। इसके अलावा धौलाना सीएचसी में कुल 27 महिलाओं ने अस्थाई परिवार नियोजन के साधन के रूप में आईयूसीडी और दो महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी अपनाई। डा. एसएन दीपाली ने बताया महिलाओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और साथ ही उन्हें अंतरा हेल्पलाइन के टोल फ्री नंबर के बारे में भी बताया गया। हेल्प नंबर पर कॉल करके महिलाएं घर बैठे ही अपनी आशंका का समाधान कर सकती हैं।