योगासनों के अभ्यास से समय से पहले चेहरे पर नजर आने वाले उम्र के असर को भी कम किया जा सकता है, जी हां, एक्सरसाइज की मदद से भी आप चेहरे की चमक को बढ़ा सकते हैं और लंबे समय तक बनाए भी रख सकते हैं। कुछ खास तरह के योगा जिनमें ब्लड सर्कुलेशन चेहरे की तरफ होता है उन सभी योगासनों के अभ्यास से आपके चेहरे की चमक बढ़ेगी और समय से पहले चेहरे पर नजर आने वाले उम्र के असर को भी कम किया जा सकता है। मालूम हो कि बढ़ती उम्र के साथ, उपापचय (मेटाबॉलिज्म) धीमा होता जाता है और अतिरिक्त वजन को दूर रखना मुश्किल हो जाता है। इससे मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। योग के सरल आसनों से जोड़ों के तनाव, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस और अन्य प्रकार के दर्द को कम किया जा सकता हैं। इन कुछ आसनों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ्य और सतर्क रहा जा सकता हैं और अधिक वरिष्ठ वर्षों में भी जीवन आनंदमय हो जाता हैं।
हेल्दी डाइट
हेल्दी डाइट लेने के कई फायदे होते हैं। इसका असर न सिर्फ आपकी बॉडी पर बल्कि चेहरे पर भी दिखाई देता है। ऑयली, स्पाइसी, फास्ट फूड्स नो डाउट खाने में अच्छे लगते हैं लेकिन ये मोटापा बढ़ाने के साथ ही आपका डाइजेस्टिव सिस्टम पर भी असर डालते हैं। अगर आपका पेट साफ रहेगा तो आपके चेहरे पर भी रौनक बनी रहेगी।
बढ़ती उम्र में भी एक स्वस्थ लाइफ
एक्सरसाइज की मदद से भी आप चेहरे की चमक को बढ़ा सकते हैं और लंबे समय तक बनाए भी रख सकते हैं। कुछ खास तरह के योगा जिनमें ब्लड सर्कुलेशन चेहरे की तरफ होता है। उन सभी योगासनों के अभ्यास से आपके चेहरे की चमक बढ़ेगी और समय से पहले चेहरे पर नजर आने वाले उम्र के असर को भी कम किया जा सकता है। और बढ़ती उम्र में भी एक स्वस्थ लाइफ जी सकते हैं।
त्रिकोणासन
इस आसन में रक्त का प्रवाह सिर और चेहरे की ओर होता है। जिससे स्किन को ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है। जो स्किन से जुड़ी परेशानी दूर करने के साथ ही चेहरे पर चमक लाने में भी बहुत ही फायदेमंद है।
अनुलोम-विलोम
इस आसन में योग साँस लेने और मुद्राओं का एक मिश्रण है जो आपके शरीर को भीतर से ठीक करने और बाहर से मजबूत करने का काम करता है। अनुलोम विलोम प्राणायाम कई प्राणायाम या श्वास व्यायाम में से एक है जो हठ योग के अभ्यास में उपयोग किया जाता है। अनुलोम विलोम का अभ्यास करते समय नाक के दाएं छेद से गहरी श्वास अंदर को भरते हैं, तो बायीं नाक के छेद से श्वास बाहर निकालते है। इसी तरह नाक के बाएं छेद से श्वास अंदर को भरते हैं, तो नाक के दाहिने छेद से श्वास को बाहर निकालते है। यह प्राणायाम और आसन आपको मन को शांत करने, तनाव को कम करने, हार्मोन और विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाओं में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन कमर, पैर, कंधे, गले और रीढ़ की हड्डियों के साथ त्वचा की चमक बढ़ाने और कई सारी परेशानियां दूर करने का भी एक बहुत ही अच्छा आसन है। चेहरे पर कील-मुहांसे, झुर्रियां, दाग-धब्बे जैसी परेशानियां से छुटकारा दिलाता है और चेहरे पर चमक लाता है। तो इसे आसन को अपने रूटीन में जरूर शामिल करें।
हलासन
इस आसन को करते वक्त आपके पैर सिर के पीछे होते हैं। पेट पर दबाव पड़ता है। चेहरे और सिर की तरफ ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे उसमें निखार आता है।
मत्स्यासन
मत्स्यासन में सिर के सहारे कंधे और कमर को ऊपर उठाकर बैलेंस किया जाता है। जिससे ब्लड फ्लो सिर की ओर होता है। आत्म-जागरूकता पैदा करता है। बॉडी को रिलैक्स करने के साथ ग्लोइंग स्किन चाहिए तो इस आसन को जरूर करें।
सर्वांगासन
इस आसन को करते वक्त भी आपका सिर नीचे पैर ऊपर की ओर होता है। तो ये आसन सिर में ब्लड सर्कुलेश को बढ़ाकर चेहरे की चमक बढ़ाता है। साथ ही कील-मुंहासे से भी छुटकारा मिलाता है। यह आसन शरीर को तैयार करता है और मन को शांत करता है। यह पूरे शरीर की मुद्रा में सुधार लाता है। संतुलन में सुधार करता है।
शीर्षासन
एक अत्यंत शक्तिशाली आसन, शीर्षासन के लाभकारी चमत्कार आपके शरीर के हर हिस्से को प्रभावित करता है । यह आपकी गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत करता है और सिर मे रक्त परिसंचरण में सुधार करता है, जिसके परिणामस्वरूप कई अन्य लाभ होते हैं।