भारत-पाक में युद्ध रुका, दोनों देश राजी

कमल सेखरी
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 5 दिनों से चल रहा छद्म युद्ध अगर ऐसे ही चलता रहा तो जल्द ही ना केवल एक युद्ध की शक्ल ले लेगा बल्कि भयंकर युद्ध में भी परिवर्तित हो सकता है। अब तक दोनों ओर से जो हवाई हमले एक दूसरे मुल्कों पर किये गए हैं उसमें भारत ने इतनी शालीनता जरूर बरती है कि वो हमले केवल पाकिस्तान के सैन्य अड्डों पर ही किए जाएं,उससे आम नागरिकों का नुकसान ना हो। इसलिए अब तक भारत ने जो भी जवाबी हवाई हमले किये हैं उनमें केवल पाकिस्तान के वो हवाई सैन्य अड्डे नष्ट हुए हैं जहां से वो पिछले कई दिनों से हम पर निरंतर हमले कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान ने अपने अधिकांश हमलों में अपनी सोच, अपने व्यवहार और अपनी दरिंदगी की पहचान दी है जिससे उसके निशाने पर हमारी घनी आबादी वाले क्षेत्र ही रहे,उसके अधिकतर हमलों में कहीं ना कहीं हमारे मासूम नागरिकों के हताहत होने की खबरें ही मिली हैं। पाकिस्तान ने कई बार कोशिश की कि वो हमारे सैन्य आधारों पर चोट पहुंचा सके लेकिन वो हर बार इस प्रयास में विफल ही रहा है जबकि उसके चार सौ से अधिक ड्रोन नष्ट कर दिये गये हैं। अब तक चल रहे छद्म युद्ध में किसने क्या खोया और किसने किसको कहां तक चोट पहुंचाई यह रह रहकर मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाने की बातें नहीं हैं। इलेक्ट्रोनिक मीडिया अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए सारे दिन मनमानी खबरों का प्रसारण कर रहा है जिससे हमें तो नुकसान हो ही रहा है दुश्मन देश को भी मदद मिल रही है। रक्षा मंत्रालय ने पुरजोरता से ये निर्देश दे दिये हैं कि इलेक्ट्रोनिक मीडिया सोशल मीडिया से खबरें चुराकर उनका प्रसारण ना करे, देश की जनता को क्या संदेश देना है यह रक्षा मंत्रालय हर रोज दो बार प्रेसवार्ता करके वास्तविक संदेश को जनता तक पहुंचाने का काम करेगा। हमें जनता को यही विश्वास दिलाते रहना चाहिए कि हमारी भारतीय सेना काफी मजबूत है और युद्ध छिड़ने की स्थिति में पाकिस्तान पर कई गुणा भारी पड़ेगी और परिणाम भारत के पक्ष में ही रहेंगे। हमें देश की जनता को यह संदेश भी देना चाहिए कि आपरेशन सिंदूर में जिन महिलाओं के सिंदूर उजड़ने की लड़ाई हमारी फौज के नौजवान कर रहे हैं वो भी अन्य महिलाओं के सिंदूर हैं। हमें उनकी सुरक्षा के लिए भी प्रार्थना करनी चाहिए। गलती से भी सीमा पर लड़ने जा रहे वीर जवानों की गाड़ियों और गतिविधियों की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर नहीं डालनी चाहिए,ये वीडियो दुश्मनों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। ऐसे माहौल में हमें यह कामना भी करनी चाहिए कि पाकिस्तान में मौजूद सिरफिरे दरिंदगी की सोच वाले आतंकवादियों के हाथ किसी भी सूरत में वहां तक नहीं पहुंचने चाहिए जहां इस अनियंत्रित मुल्क के परमाणु शस्त्र रखे हुए हैं। क्योंकि पाकिस्तान की सेना और आतंकियों के बीच ऐसा गठजोड़ है जिस पर वहां की सियासत का कोई नियंत्रण नहीं है। परिस्थितियां कुछ ऐसी बनती हैं तो हमें उन हैवानी ताकतों के चंगुल में आने से पहले ही उस पर नियंत्रण करना होगा। क्योंकि लगभग दो सौ साल पहले ‘नारसी डोमस’ ने जो भविष्यवाणी की थी उसके कुछ संकेत इन परिस्थितियों से मिलते-जुलते हैं। अभी तक मामला हवाई आपरेशनों तक ही सीमित है, अगर जमीन पर पैटन टैंक, तोपें और फौजी बाहर निकल आए तो स्थिति आमने-सामने की भयंकर बन सकती है और नुकसान दोनों देशों का बड़े स्तर पर हो सकता है। भले ही अंत में फतह भारत की ही हो।
इस लेख के प्रसारित करने तक परिस्थितियां बदल गई, अमेरिका की मध्यस्थता से भारत-पाक युद्ध विराम के लिए राजी हो गए हैं। सभी को बधाई।