अब गाजियाबाद जनपद में सीवाई-टीबी के माध्यम से जांच कर लेटेंट टीबी का भी पता लगाया जा सकता है

गाजियाबाद। स्मार्ट के सौजन्य से सेहत सही लाभ कई जागरुकता कार्यक्रम के तहत हिन्ट रेडियो लोगों को बीमारियों, टीकाकरण आदि को लेकर जागरुक करने का निरंतर कार्य कर रहा है। गाजियाबाद जनपद में अब सीवाई-टीबी के माध्यम से जांच कर लेटेंट टीबी का भी पता लगाया जा सकता है और यदि व्यक्ति में लेटेंट टीबी का इन्फेक्शन पाया जाता है तो उसको टीपीटी के माध्यम से उपचारित कर भविष्य में टीबी रोग से ग्रसित होने से बचाया जा सकता है। इस बारे में हिन्ट रेडियो ने जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डाक्टर अनिल यादव से विस्तृत बातचीत की। उन्होंने हिन्ट रेडियो को बताया कि लेटेंट टीबी का इन्फेक्शन वो इन्फेक्शन होता है जो कि अभी सक्रिय नहीं है किंतु भविष्य में यह रोग में परिवर्तित हो सकता है प्रथम चरण में उच्च जोखिम समूह की आबादी को लक्षित किया गया है जिन में टीबी रोगियों के संपर्क, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, मधुमेह से ग्रसित व्यक्तियों, धूम्रपान करने वाले एवं मद्यपान ,कम प्रतिरोधक क्षमता वाले, डायलिसिस एवं कैंसर का उपचार प्राप्त कर रहे व्यक्ति सम्मिलित है। प्रधान मंत्री टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने में सीवाई-टीबी एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली जांच है। 5 मई 2025 को जनपद गाजियाबाद में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन के नेतृत्व में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद गाजियाबाद में सीवाई-टीबी जांच का शुभारंभ किया गया। जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. अनिल यादव ने बताया कि जनपद की सभी टीबी यूनिट के प्रभारियों , चयनित स्टाफ नर्सों एवं ए एन एम को उक्त कार्यक्रम हेतु ट्रेनिंग दी जा चुकी है।