- जनपद के 145 वेलनेस सेंटर्स को जांच केंद्रों के रूप में तैयार करने के निर्देश दिए
- जिलाधिकारी ने असालत नगर पीएचसी और हिसाली वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया
गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाने की मुहिम शुरू कर दी है। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के संबंध में कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभाकक्ष में प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने जनपद के सभी सामुदायिक केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध बिस्तर एवं कोविड से बचाव हेतु उपकरणों के संबंध में जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने बताया कि जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए 30-30 और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पांच-पांच बिस्तर उपचार के लिए उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने तीसरी लहर के दृष्टिगत तीनों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 50-50 करने और सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर बिस्तरों की संख्या को बढ़ाकर 15-15 किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पल्स आॅक्सीमीटर, थर्मामीटर, दवा की किट एवं एक-एक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि कोविड उपचाराधीन को तत्काल प्रारम्भिक उपचार देने के उपरान्त अन्य अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) संतोष कुमार वैश्य व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. विश्राम सिंह को निर्देशित किया है कि सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में निर्देशों के मुताबिक व्यवस्था शीघ्र अति शीघ्र कराने का काम करें। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने जनपद के सभी 145 वेलनेस सेंटर्स (हेल्थ केयर सेंटर ) को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से उनकी वर्तमान हालत जानने के लिए जनपद की तीनों तहसीलों पर एक-एक जांच समिति का गठन किया है, जांच समिति में पीडब्ल्यूडी एवं ग्रामीण अभियन्त्रण सेवाओं के सहायक अभियन्ताओं व अवर अभियन्ताओं को भी शामिल किया गया है। गठित टीम हेल्थ केयर सेन्टर का भौतिक निरीक्षण कर उसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर उन सेन्टर्स को टेस्टिंग सेन्टर के रूप में विकसित कराया जायेगा। जहां कोरोना संक्रमण से उपचार के लिए सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध रहेंगे, ताकि कोरोना प्रभावितों को तत्काल प्रारम्भिक उपचार समय पर मिल सके।
कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए 12 साल तक के बच्चों के उपचार के लिए जिलाधिकारी ने संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में 10 एवं जिला महिला चिकित्सालय में 12 पीकू (पीडियाट्रिक आईसीयू) बिस्तरों की व्यवस्था कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए हैं। इस सम्बन्ध में समस्त व्यवस्था के लिए अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मुंशीलाल को निर्देशित किया गया है। समीक्षा के उपरान्त जिलाधिकारी ने तहसील मोदीनगर स्थित असालतनगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं हिसाली में वेलनेस सेन्टर का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कतिपय पायी गयी कमियों को दूर करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, डिप्टी सीएमओ डा. आरके गुप्ता और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा मिथलेश भी मौजूद रहे।