गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस स्कूल आॅफ मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट (मेनेजमेंट) छात्रों के लिए एसआईपी प्रतियोगिता ” अनुभव-2024 का आयोजन संस्थान के द्रोणाचार्य आॅडिटोरियम में किया गया। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एचआर, अर्बन कंपनी की नेहा माथुर, विशिष्ट अतिथि मैनेजिंग डायरेक्टर, विट्टी एआई फाउंडेशन के मनोज कुमार झा तथा एडवाइजर, राइट्स लि. के राकेश चोपड़ा, आईटीएस स्कूल आॅफ मैनेजमेंट के निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय कुमार एवं एसआईपी कन्वेनर डॉ. नमिता मिश्रा द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष पारंपरिक दीप प्रज्जवलित कर संपन्न किया गया।
आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा ने सभी आयोजकों एवं प्रतिभागियों के प्रति अपनी शुभकामना व्यक्त की। आईटीएस – द एजुकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्डा ने इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की एवं छात्रों से प्रोजेक्ट तथा रिसर्च कार्यों में शुरू से ही अपना योगदान देने हेतु प्रेरणा दी। निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय कुमार ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं समर इंटर्नशिप प्रोजेक्ट के ऊपर प्रकाश डाला साथ ही सभी प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। डॉ. नमिता मिश्रा ने समस्त कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। गेस्ट आॅफ आॅनर राकेश चोपड़ा ने मैनेजमेंट एजुकेशन के व्यवहारिक पक्ष पर ध्यान आकृष्ट किया, साथ ही अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा किया। मनोज कुमार झा ने छात्रों से प्रारंभ से ही शोध कार्यों में सम्मिलित होकर अच्छे रिसर्चर बनने हेतु प्रेरित किया और उन्हें नए से नए रिसर्च टूल्स एंड टेकनिक्स की जानकारी दी। मुख्य अतिथि नेहा माथुर ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मैनेजमेंट एजुकेशन के नए आयामों और उसके अनुरूप छात्रों को तैयार रहने हेतु प्रोत्साहित किया।
इस एक दिवसीय कार्यक्रम में एनसीआर तथा समस्त भारत वर्ष के 25 शैक्षणिक संस्थानों से एक सौ से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता तीन आॅफ लाइन सत्रों में आयोजित की गई जिसमें मार्केटिंग, फाइनेंस, एचआर, आईटी, आईबी और जेनरल मैनेजमेंट क्षेत्र के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। दूर क्षेत्रवर्ती छात्रों हेतु आॅनलाइन सेशन की व्यवस्था की गई और काफी संख्या में छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। विभिन्न मापदंडों के आधार पर तीनों आॅफ लाइन सत्र और आॅनलाइन सत्र के विजेताओं के नाम की घोषणा की गई साथ ही उन्हें प्रशस्ति पत्र और नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। एसआईपी को-कन्वेनर डॉ. शैलेन्द्र कुमार दुबे ने सभी सत्रों का संक्षिप्त आख्यान प्रस्तुत किया। सभी छात्र काफी उत्साहित और प्रसन्नचित्त थे और सभी एक दूसरे को बधाई दे रहे थे।