गाजियाबाद। सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के निर्देशन में बनी फिल्म इमरजेंसी के विरोध में गाजियाबाद का सिख समाज खुलकर सामने आ गया है। _गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रेलवे रोड बजरिया में सिख समाज द्वारा की गई प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि इतिहास बोलता है सिख धर्म का इतिहास कुर्बानियों से और सेवा भाव से भरा हुआ है देश की रक्षा और सुरक्षा की बात हो सेवा करने की भावना हो या समाज में भाईचारे स्थापित को लेकर बात हो तो सिख धर्म सबसे अगली पंक्ति में खड़ा आया है और खड़ा रहेगा जब तक सांस है। सिख समाज अपनी बात को मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक फिल्म सेंसर बॉर्डर तक और जिला प्रशासन तक पहुंचा रहा है। सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोत इमरजेंसी फिल्म की प्रोड्यूसर भी हैं। सोशल मीडिया व विभिन्न चैनल से जो बात सामने आ रही हैं इसमें कुछ सीन ऐसे हैं जिसकी वजह से सिख समाज की भावना को ठेस पहुंच रही है, इस फिल्म में 1984 का जो दुर्भाग्यपूर्ण हादसा देश में हुआ था जिसमें सिख समाज के साथ जो भी घटित हुआ वह हादसा दुर्भाग्यपूर्ण था। समाज अब उस हादसे को भूलकर आगे बढ़ चुका है। इस फिल्म में पुराने जख्मों को फिर से दिखाया जा रहा है, जिससे हम लोग समझते हैं कि समाज में भाईचारा खत्म होगा। दोबारा से भूल चुके हादसे को याद करना शायद ठीक नहीं होगा। उसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसे को हम भूल कर दोबारा से समाज के लिए सेवा भाव के साथ वैसे ही खड़े हैं जैसे पहले हमेशा खड़े रहते थे। सिख समाज ने डीएम से मांग की है कि प्रधानमंत्री के कार्यालय तक सेंसर बोर्ड तक उनकी मांगों को पहुंचाने का कार्य किया जाए। गाजियाबाद में किसी भी सिनेमा हॉल में इमरजेंसी फिल्म को दिखाने पर रोक लगे। प्रेसवार्ता में गुुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा रेलवे रोड बजरिया के प्रधान इंद्रजीत सिंह टीटू, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के महामंत्री एसपी सिंह ओबेरॉय आदि मौजूद रहे।