गाजियाबाद। क्राईम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद, स्वाट टीम ट्रॉन्स हिण्डन जोन व थाना इन्दिरापुरम पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में चादर गैंग के 2 शातिर अभियुक्त संतोष कुमार जायसवाल व रोहित कुमार पासवान को छिजारसी कट के सामने कनावनी पुस्ता रोड से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से थाना इन्दिरापुरम क्षेत्र के साँई क्रिएशन शोरूम का शटर उखाड़कर विभिन्न ब्राण्ड की घड़ियों की चोरी की घटना से सम्बन्धित चोरी की गयी इण्टरनेशनल ब्राण्ड की 125 घड़ियाँ बरामद हुई हैं।
आपको बता दें कि 10 व 11 अगस्त की रात्री को थाना इन्दिरापुरम क्षेत्र में साँई क्रिएशन शोरूम के आगे अज्ञात चोरों के गिरोह द्वारा चादर लगाकर उसके पीछे शोरूम का शटर उखाड़कर इंटरनेशनल ब्राण्ड की विभिन्न घड़ियों की चोरी की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। घटना के अनावरण हेतु स्वाट टीम क्राईम ब्रान्च गाजियाबाद, स्वाट टीम ट्रॉन्स हिण्डन जोन व थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम को लगाया गया था।
डीसीसी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि पूछताछ पर अभियुक्त संतोष कुमार जायसवाल ने बताया कि वह मूल रूप से घोड़ासहन बिहार का रहने वाला है तथा घोड़ासहन में ठेले पर मुर्गा मछली फ्राई कर बेचने का काम करता है जो उसका पैतृक काम है परन्तु इसमें ज्यादा फायदा नहीं होने के कारण वह अपराध में लिप्त हो गया। घोड़ासहन में चोरो के कई गिरोह चलते हैं जो देश के विभिन्न राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं इन्ही गिरोहो में से सचिन व सिराज के गिरोह से सम्पर्क होने पर संतोष उनके साथ काम करने लगा। पूर्व में सिराज के गैंग के साथ उत्तराखण्ड राज्य में ज्वालापुर हरिद्वार में मोबाइल के शोरूम में चादर लगाकर शटर उखाड़कर मोबाइलों की चोरी की थी जिसमें इनके गिरोह के 9 सदस्य गिरफ्तार हुए थे जिसमें संतोष उपरोक्त फरार था तथा उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का नगद पुरस्कार भी घेषित हुआ था। जेल से छूटने के बाद इन लोगों ने पुन: गैंग बनाया जिसमें घोड़ासहन के संतोष, रोहित पासवान, सिराज, जितेन्द्र उर्फ जीतन साहनी, रोशन, राहुल पासवान व सीतामढी का जीतन पासवान तथा नेपाल के सचिन, प्रमोद व आसामी उर्फ संतोष शामिल हैं के साथ मिलकर देश के विभिन्न राज्यों में चादर लगाकर चोरी की वारदात करने लगे। अभियुक्त रोहित पासवान ने बताया कि वह भी मूल रूप से घोड़ासहन का रहने वाला है रोहित व उसका भाई राहुल पासवान पहले नईम उस्ताद व विजय जो घोड़ासहन बिहार के थे के गैंग में चोरी का काम करते थे इनके द्वारा थाना नालासुपारा जिला थाणे महाराष्ट्र में चादर लगाकर मोबाइल के शोरूम का शटर उखाड़कर चोरी की थी जिसमें इनके गैंग के 9 सदस्य गिरफ्तार हुए थे। जेल से छूटने के बाद दोनो भाईयों ने सचिन व सिराज के गैंग मे शामिल होकर चोरी की वारदात करना शुरू कर दिया था। ये लोग चोरी के बाद ज्यादातर चोरी का माल लेकर नेपाल चले जाते हैं। घोड़ासहन भी नेपाल बॉर्डर पर स्थित है चोरी के बाद सभी लोग ज्यादातर अपना घर छोड़कर नेपाल में रहते हैं और वहीं पर सारा माल बेचकर आपस में पैसे बाँट लेते हैं।