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शिक्षक उदाहरण देते हुए सरल तरीके से पढ़ाएंगें तो विद्यार्थी जल्द समझेंगे: सिंह

  • गाजियाबाद के 106 विद्यालयों में दी जाएंगी स्मार्ट कक्षाएं: अभिनव गोपाल
    गाजियाबाद। संपर्क स्मार्ट शाला स्मार्ट स्कूल कार्यक्रम के अंतर्गत विकास भवन के दुर्गावती देवी सभागार में जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग की जनपद स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल एवं डॉक्टर राजेश्वर राव आईएएस, विशेष सचिव नीति आयोग की गरिमामयी उपस्थिति में गाजियाबाद की 106 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं प्रदान करने की घोषणा की गई। सम्पर्क फाउंडेशन द्वारा आठ राज्यों में शिक्षा के लिए काम करते हुए एक लाख से ज्यादा विद्यालयों को शैक्षिक संसाधनों से संतृप्त किया है।
    जिलाधिकारी द्वारा संपर्क फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग की के उपस्थित बेसिक शिक्षा अधिकारी खंड शिक्षा अधिकारी जिला सामान्य एसआरजी एआरपी और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए विद्यालय में संसाधन पुस्तकें इंफ्रास्ट्रक्चर से भी अधिक महत्वपूर्ण है कि शिक्षक बच्चों से आत्मीय संबंध बना कर रुचि लेकर बच्चों को पढ़ाना प्रारम्भ करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी, विद्यालयों के निरीक्षण करने की बताए उनकी समस्याओं के निराकरण तथा सहयोग प्रदान करने की भावना से जायें। हमारे शिक्षकों को अध्यापन के अलावा भी अनेक जिम्मेदारियां यथा- जनगणना,चुनाव कार्य, मिड डे मील, बी एल ओ इत्यादि का निर्वाहन भी करना होता है अत: उनके प्रति सहयोगात्मक भाव रखते हुए अध्यापन के लिए प्रेरित करना चाहिए। जिलाधिकारी ने संपर्क फाउंडेशन टीम से भी अनुरोध किया कि हम अपने जनपद के सभी विद्यालयों को स्मार्ट कक्षाओं से संतृप्त करना चाहते हैं जिसमें उनका सहयोग अपेक्षित है। जिलाधिकारी के संबोधन के दौरान सभागार अनेक बार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा उनकी वास्तविक, व्यवहारिक और संवेदनशील बातों का प्रभाव वहां उपस्थित शिक्षा विभाग के सभी सदस्यों पर ऐसा हुआ कि बैठक के बाद भी सभी लोग देर तक उनके संभाषण की ही चर्चा करते रहे।
    जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती हैं यदि शिक्षक पढ़ाने के तरीकों को सरल रखते हुए उदाहरण देते हुए समझाऐंगे तो विद्यार्थियों की समझ में सही तरीके से आएगा। बच्चों हो शिक्षा—खेल आदि के क्षेत्रों में हर चीजे आनी चाहिए, किन्तु उनकी जिसमें रूचि हो उसमें उन्हें पारंगत बनाना शिक्षक और अभिभावकों की अहम जिम्मेदारी है।
    संपर्क फाउंडेशन के वरिष्ठ प्रतिनिधि डॉक्टर राजेश्वर राव 1988 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी थे जो पूर्व में विशेष सचिव नीति आयोग रहे थे उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों में सीखने की गति धीमी होती है तथा कुछ बच्चों में रुचि की भी कमी होती है,कुछ बच्चों को मार्गदर्शन सही नहीं मिलता है, अत: सही ढंग से सीखने का क्रम यदि बच्चों को मिले तो बच्चों का सर्वांगीण विकास करने में हमें सफलता मिल सकती है। संपर्क टीवी का कंटेंट बच्चों के लिए अत्यंत प्रशिक्षित सदस्यों द्वारा काफी समय लगाकर तैयार किया गया है । जिन बच्चों की सीखने की गति धीमी होती है उन्हें यदि कोई फिल्म दिखाई जाए तो वह अत्यंत रुचि के साथ उसकी पूरी कहानी पुन: सुना देते हैं यहां इस बात को ध्यान में रखकर रंगो व कहानियों से भरपूर शिक्षण सामग्री प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
    मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल ने अवगत कराया की शीघ्र ही हम समस्त जनपद को पूर्व में स्थापित स्मार्ट क्लास, राज्य परियोजना कार्यालय से प्राप्त स्मार्ट क्लास तथा संस्थाओं से प्राप्त स्मार्ट क्लास से पूर्ण कर लेंगे। उन्होंने संपर्क फाउंडेशन से उनकी आगामी कार्य योजना के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा शीघ्र ही कार्य समाप्त कर एक वृहद कार्यक्रम में इसे लॉन्च करने की बात कही।नेशनल प्रोग्राम मैनेजर प्रवीण जी ने पीपीटी के माध्यम से संपर्क फाउंडेशन के बारे में बताया कि विनीत नायर और अनुपमा नायर ने 2012 इसकी संस्थापना की है तथा जनपद गाजियाबाद में की जाने वाली गतिविधियों से अवगत कराया। संपर्क टीवी के कंटेंट को भी उन्होंने सभागार में प्रस्तुत कर के दिखाया। कार्यक्रम का आरंभ एसआरजी पूनम शर्मा द्वारा संचालित किया गया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव , समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, जिला समन्वयक, एसआरजी, एआरपी, शिक्षक और संपर्क फाउंडेशन के टीम सदस्य मौजूद रहे।

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