गाजियाबाद। कोरोना और न जाने कितने लोगों को अपने चंगुल में लेगा। अब तो भगवान ही मालिक है। सुबह उठते ही ऐसे लोगों के मरने की सूचना सोशन मीडिया पर मिलती है जो समाज से जुड़कर लोगों की सेवा करने में लगे थे। सोमवार को गाजियाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भारतेन्दु शर्मा को कोरोना ने अपने आगोश में ले लिया तो मंगलवार की सुबह रेलवे के ठेकेदार और अखिल भारतीय भारतवंशी ब्राह्मण महासभा के सचिव बालकिशन शर्मा भी कोरोना से जंग हार गए। बेहद मिलनसार और हंसमुख स्वभाव के धनी बालकिशन शर्मा का नोएडा के कैलाश अस्पताल में इलाज चल रहा था। एक सप्ताह तक उन्होंने कोरोना से जंग लड़ी। रेलवे ठेकेदारों की राष्टÑीय संस्था इरिपा के वे अध्यक्ष थे, निर्माण सूत्र के नाम से एक पत्रिका को वे निकालते थे जिसके वे संपादक भी थे। बाल किशन शर्मा छह बहनों में अकेले भाई थे। वे अपने पीछे एडवोकेट पत्नी अंजना शर्मा और दो पुत्रों को छोड़ गए हैं। धोबी घाट पुल और आधा दर्जन से ज्यादा अन्य रेलवे प्रोजेक्ट्स का उनकी कम्पनी निर्माण कर रही है। उनके निधन की खबर सुनकर उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर है।