गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस में बी.टेक प्रथम वर्ष और एप्लाइड साइंसेज विभाग ने बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए तीन सप्ताह का स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम (2023-24) आयोजित किया। 5 अक्टूबर को विभाग ने स्टूडेंट इंडक्शन प्रोग्राम में अतिथि वक्ता, डॉ. रमेश उन्नीकृष्णन (एआईसीटीई के सलाहकार) द्वारा एक सत्र की व्यवस्था की। केआईईटी के निदेशक डॉ. ए गर्ग और संयुक्त निदेशक डॉ. मनोज गोयल ने अतिथि वक्ता का आॅक्सी प्लांट देकर स्वागत किया। संस्थान के निदेशक ने अपने स्वागत भाषण में पिछले 25 वर्षों में संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। डॉ. रमेश उन्नीकृष्णन का सत्र छात्रों के लिए बहुत इंटरैक्टिव और अनुकरणीय था। छात्र उन्हें सुनकर रोमांचित हुए और उनकी ज्ञान भरी बातों से बहुत प्रेरित हुए। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में यह सीखना महत्वपूर्ण है कि आप संबंधित शाखाओं की सिद्धांत अवधारणाओं को व्यावहारिक अनुप्रयोगों में कैसे लागू कर सकते हैं। इंजीनियर टैक्नोक्रेट नहीं हैं, वे सोशल इंजीनियर हैं। इसलिए, अपने समाज की समस्याओं से जुड़ें और अपनी विशेषज्ञता के अनुसार उनका समाधान करें। उन्होंने बी.टेक प्रथम वर्ष सत्र की शुरूआत में एसआईपी के महत्व के बारे में भी जानकारी दी। डॉ. मनोज गोयल ने इंडक्शन प्रोग्राम को सुचारू रूप से आयोजित करने के लिए डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी, डीन (बी.टेक प्रथम वर्ष और एप्लाइड साइंसेज) को बधाई दी। इस सत्र में धन्यवाद प्रस्ताव डीन (बी.टेक प्रथम वर्ष और एप्लाइड साइंसेज) डॉ. शैलेन्द्र कुमार तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया और सत्र का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।