नई दिल्ली। जून में ही अपना 100वां जन्मदिन मना चुकीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता हीराबा शुक्रवार की सुबह पंचतत्व में विलीन हो गर्इं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने मां के पार्थिव शरीर को कंधे पर लेकर गांधीनगर स्थित घर से निकले। अंतिम यात्रा के दौरान वे पार्थिव शरीर के साथ ही शव वाहन में बैठे रहे। बता दें कि शुक्रवार तड़के 3:30 बजे यूएन मेहता अस्पताल में हीराबा का निधन हो गया था। वे 100 साल की थीं। मंगलवार देर रात सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कफ की शिकायत भी थी।
मोदी ने खुद ही निधन की जानकारी ट्वीट के जरिए दी। इसके बाद सुबह 7:45 बजे अहमदाबाद पहुंचे। यहां से वे सीधे गांधीनगर के रायसण गांव में भाई पंकज मोदी के घर गए। पार्थिव देह यहीं रखी गई थी। मोदी के पहुंचते ही अंतिम यात्रा शुरू हुई। सेक्टर-30 स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। पीएम मोदी ने अपना कोई तय कार्यक्रम रद्द नहीं किया। वे अंतिम संस्कार के बाद सीधे अहमदाबाद स्थित राजभवन गए। वे यहीं से बंगाल में हो रही राष्ट्रीय गंगा परिषद की बैठक में वर्चुअली जुड़े। उन्होंने हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत की शुरूआत की। पीएम मोदी को शोक संदेश विदेशों से भी आ रहे हैं। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भी अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं।