- महाकुम्भ-2025 में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने के लक्ष्य को
- ध्यान में रखते हुए उसी के अनुरूप सभी तैयारियां सुनिश्चित करें
- 1000 इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन करने के निर्देश
- सीएनजी से मोटर बोट चलाये जाने को लेकर की जाए कार्य योजना तैयार
- पार्किंग के लिए 2500 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था की जाए सुनिश्चित
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में महाकुम्भ-2025 एवं माघ मेला-2023 की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 यूनीक, अविस्मरणीय, ग्रीन, दिव्य एवं भव्य रूप से आयोजित किया जायेगा। उन्होंने आयोजन से सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया। महाकुम्भ-2025 की सभी तैयारियां दीपावली-2024 को लक्ष्य बनाकर पूर्ण की जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ-2025 में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उसी के अनुरूप सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। उन्होंने 1000 इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन तथा सीएनजी से मोटर बोट चलाये जाने हेतु कार्य योजना बनाए जाने के निर्देश दिए, ताकि महाकुम्भ को प्रदूषण मुक्त रूप में आयोजित किया जा सके। साथ ही, उन्होंने ई-रिक्शा संचालन की व्यवस्था किए जाने तथा पार्किंग के लिए लगभग 2500 हेक्टेयर जमीन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग एवं एनएचएआई को जनपद प्रयागराज से जोड़ने वाली सभी सड़कों को फोर लेन के रूप में बनाये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि रायबरेली से प्रयागराज एवं अयोध्या से प्रयागराज आने वाली सड़क को फोर लेन किए जाने हेतु तत्काल कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि रिंग रोड बनाये जाने का कार्य अनिवार्य रूप से महाकुम्भ से पहले पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने पीडब्लूडी एवं सेतु निगम को निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन ओवर ब्रिजों का निर्माण कार्य किसी कारण से रूका हुआ है, उन्हें तत्काल पूर्ण करने की कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग को महाकुम्भ के दृष्टिगत आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आवासीय व्यवस्था हेतु अच्छे होटल बनाये जाने एवं द्वादश माधव सर्किट को जोड़ने की योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस की भी क्षमता बढ़ायी जाए।
सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों को चैनेलाइज किया जाए। गंगा में पर्याप्त जल की व्यवस्था रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ-2025 को कुम्भ-2019 से अधिक विस्तृत क्षेत्रफल में आयोजित किया जाए। रिवर फ्रंट की व्यवस्था की जाए। नमामि गंगे योजना से सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि जो नाले अनटैप्ड हैं, उनको उच्च प्राथमिकता पर लेते हुए टैप कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। दूषित जल का प्रवाह गंगा जी एवं यमुना जी में न होने पाये।
मुख्यमंत्री ने 2 लाख शौचालयों के निर्माण की कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आगामी माघ मेले से ही महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में कार्य करे। इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि आयोजन के दौरान छुट्टा जानवर भीड़-भाड़ में न जाने पाए।
मुख्यमंत्री ने माघ मेला-2023 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारी 20 दिसम्बर, 2022 तक अनिवार्य रूप से समस्त कार्यों को पूर्ण कराएं। माघ मेला के आयोजन में किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं होनी चाहिए। माघ मेले में भूमि आवंटन, साधु-महात्माओं एवं कल्पवासियों को दी जाने वाली सुविधाओं में किसी भी प्रकार की शिकायत न आए। शिकायत मिलने पर सम्बंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने माघ मेले को शीर्ष प्राथमिकता पर स्वच्छ बनाये रखने तथा मेला क्षेत्र में राज्य सरकार की योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कराये जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा की उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के साथ-साथ सभी कामिंर्कांे का उत्तम प्रशिक्षण कराये जाने एवं मेले में ड्यूटी करने वाले सभी लोगों से अच्छा व्यवहार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मंत्री, सांसद, विधायक तथा अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा भी महाकुम्भ-2025 के आयोजन के सम्बन्ध में अपने-अपने सुझाव दिए गए।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी, नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।