गाजियाबाद। केआईईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस ने हाल ही में बी टेक प्रथम वर्ष के नवागत छात्रों के लिए दो प्रेरणा कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसके अंतर्गत नवयुवकों को उद्यमिता के महत्व एवं तम्बाकू सेवन की लत से बचने हेतु उपायों को साझा किया गया। एक तरफ जहां उद्यमिता पर उत्प्रेरक व्याख्यान का आयोजन संस्थान के आडिटोरियम में किया गया, वहीं दूसरी ओर तम्बाकू सेवन से जुड़े व्याख्यान का आयोजन आनलाइन मोड के जरिये किया गया। उद्यमिता का महत्व समझाते हुए सुशील अग्रवाल (उद्योगपति) ने जीवन के विकास में गुरुजनों के सहयोग एवं मार्गदर्शन विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि श्री राम-कृष्ण के मर्यादित एवं पूजनीय गुण उनके गुरुओं की ही देन है। उन्होंने छात्रों को विकास हेतु सुनियोजित परिश्रम करने की सलाह भी दी। डा. प्रदीप कुमार मिश्र (कुलपति एपीजे एकेटीयू लखनऊ), डा. रीना कुमार, डा. ओपी सिंह एवं डा. पवन गुप्ता ने तम्बाकू सेवन से जुड़े दुष्प्रभावों पर आयोजित आॅनलाइन व्याख्यान को संबोधित किया। वक्ताओं ने बताया कि तम्बाकू एक मीठा जहर है जिससे मानव के जीवन शक्ति का ह्रास होता है, मुंह के कैंसर की बीमारी होती है, हृदय की धमनियों में रक्त प्रवाह कम होता है, रक्तचाप बढ़ जाता है, सांस की बिमारी, गर्भपात इत्यादि बीमारियां हो सकती हैं । यह लत किशोरावस्था में उत्सुकतावश या मित्रों की संगति से शुरू होती है। दोनों ही कार्यक्रम नवयुवक छात्रों के लिए बेहद लाभकारी रहे। कार्यक्रम में डा. अमिक गर्ग (संस्थान के निदेशक), डा. शैलेन्द्र कुमार तिवारी (डीन), डा. सीएम बत्रा, डा. राशिद अली, डा. विपिन कुमार, डा. एकता, डा. प्रमोद कुमार शर्मा एवं बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र उपस्थित थे।