लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने बख्शी का तालाब स्थित दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान में मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित हुए 77 अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि आप सभी पिछड़े ब्लॉकों के विकास के लिए कार्य करने जा रहे है, नई ऊर्जा के साथ काम करना है, कई चुनौतियां सामने आयेंगी, उनका डटकर सामना करना है। सभी के पास अलग-अलग अनुभव हैं, उस अनुभव को आपस में चर्चा करें, चर्चा से नई सोच निकलकर आएगी जो आपके संकल्प को पूरा करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का संकल्प है, पूरा देश विकसित हो। हर एक क्षेत्र के समावेशी विकास के बिना पूरा देश विकसित नहीं होगा। हर एक पैरामीटर के पीछे विचार, शोध और अनुसंधान है। आज नई टेक्नोलॉजी के तहत जिओ रिफरेंस और जिओ टैग किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जिओ रिफरेंस और जिओ टैग का कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। प्रदेश में हर एक खेत का खुद का नक्शा होगा, उस नक्शे को आप घर बैठे देख सकते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं को सरकार के साथ नीति, प्रबन्धन, क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के कार्यों में सहभागिता का विशिष्ट अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित अभ्यर्थी जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के अधीन काम करेंगे। उनके द्वारा प्रदेश के 100 आकांक्षात्मक विकास खंडों में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का समवर्ती मूल्यांकन किया जाएगा। यही नहीं, शोधार्थियों द्वारा योजनाओं के संचालन में आ रही चुनौतियों के निराकरण तथा योजनाओं से जनमानस को अपेक्षित लाभ पहुंचाने हेतु सुझाव भी लिए जायेंगे। इस अवसर पर सचिव नियोजन आलोक कुमार एवं संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व चयनित अभ्यर्थी आदि उपस्थित थे।