- पिछली बार भी 555 अंकों के साथ की परीक्षा पास, लेकिन नहीं हुए संतुष्ट
- इस बार परीक्षा में हासिल किए 598 अंक
- एमबीबीएस कर सर्जन बनना चाहते हैं असद
- गरीब व असहाय लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देना है जीवन का मुख्य उद्देश्य
गाजियाबाद। कहते हैं अगर मंजिल हासिल करनी हो तो पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। सफलता उन्हीं के कदमों को चूमती है जिनमें जज्बा और लगन और हौसला होता है। जी हां मुरादनगर के मोहम्मद असद ने नीट यानी मेडिकल एंट्रेस परीक्षा 2022 में 598 अंक हासिल कर मुरादनगर का नाम रोशन किया है। मोहम्मद असद ने कक्षा नौ से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय से की है। 12वीं की परीक्षा में असद ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। पढ़ाई में शुरू से तेजतर्रार मोहम्मद असद का सपना डाक्टर बनना था। असद ने अपना सपना पूरा करने के लिए कई कठिन दौर भी देखे हैं। घर से दूर रहकर मेडिकल एंट्रेस एग्जाम को क्रेक करने के लिए कोचिंग भी ली। कोविड के दौरान कोचिंग सेंटर बंद हो गए थे तो घर से ही पढ़ाई जारी रखी। पहली बार जब वे परीक्षा में बैठे तो उन्होंने एग्जाम तो अच्छे अंकों से पास किया और 555 नंबर हासिल किए। 555 अंक लाकर वे संतुष्ट नहीं थे। उनके पिता मोहम्मद आरिफ ने उनको एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के लिए कहा लेकिन सरकारी स्तर पर मेडिकल कॉलेजों में नंबर नहीं आने के कारण उन्होंने फिर से परीक्षा देने की ठानी। मोहम्मद असद ने फिर से तैयारी की और 2022 के मेडिकल एंट्रेस एग्जाम में आन इंडिया 21889 रैंक हासिल की है। ओबीसी कैटेगरी में उनकी रैकिंग 9280 है। मोहम्मद असद का कहना है कि वे एमबीबीएस करने के बाद एमएस करेंगे। देश के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं। एक सफल सर्जन बनकर वे देश के गरीब व असहाय लोगों को चिकित्सा उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। असद के पिता मोहम्मद आरिफ ने बताया कि असद पढ़ाई में शुरू से ही होनहार रहा है। नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए भी प्रवेश परीक्षा में उसने अच्छे नंबर हासिल किए थे। उन्होंने असद की पढ़ाई में कोई दिक्कत नहीं आने दी। आज मुरादनगर के इस लाल की सफलता उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा है जो पढ़ रहे हैं और जिनका सपना डाक्टर बनने का है। असद की कड़ी मेहनत व लगन से प्रेरणा लेकर अन्य छात्र भी सफल हो सकते हैं।