- क्षय रोग विभाग ने दो कॉलेजों में किया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- विशेष क्षय रोगी खोज अभियान के एक पखवाड़े में ही लक्ष्य से ज्यादा हुई स्क्रीनिंग
- जनपद में 9420 संदिग्ध रोगियों की जांच हुई, 136 क्षय रोगियों की हुई पहचान
गाजियाबाद। क्षय रोग विभाग भोजपुर ब्लॉक को टीबी फ्री करने की कवायद में जुटा हुआ है। ब्लॉक के दो कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छात्रों को क्षय रोग के लक्षणों के बारे में जानकारी दी गई और उनका आह्वान किया गया है कि जिस व्यक्ति में टीबी के लक्षण नजर आएं तो उसे टीबी की जांच कराने के लिए कहें। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. डीएम सक्सेना ने बताया जनपद में 23 अगस्त से शुरू हुए विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में शासन से मिले लक्ष्य से अधिक संभावित रोगियों की जांच की जा चुकी है, अभियान के तहत अब तक कुल 136 नए क्षय रोगियों की पहचान की जा चुकी है। हालांकि अभियान अभी 30 सितंबर तक चलेगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि विशेष क्षय रोगी खोज अभियान के तहत सक्रिय रोगियों के संपर्कों की जांच, स्क्रीनिंग के दौरान टीबी से मिलते जुलते लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच और जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजन किया जा रहा है। बुधवार को कलछीना गांव स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज और एसएन इंटर कॉलेज में सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर विष्णु ने छात्र-छात्राओं को क्षय रोग और क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बच्चों को बताया गया कि यदि किसी को दो सप्ताह से अधिक खांसी हो, खांसी में बलगम या खून आता हो, शाम के समय बुखार हो, वजन कम हो रहा हो, भूख न लगती हो, तो ऐसे व्यक्ति को टीबी हो सकती है। उसे नजदीकी सरकारी स्वास्थ केंद्र पर जाकर निशुल्क जांच कराने के लिए कहें। जागरूकता कार्यक्रम में भोजपुर पीएचसी प्रभारी डा. नीरज कुमार, डा. सुशांत सिंह, एसटीएस विष्णु शर्मा, प्रयोगशाला पर्यवेक्षक रविंद्र सिंह और टीबीएचवी अहसान अली शामिल रहे।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि शासन से जनपद में विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में 30 सितंबर तक 5294 संभावित रोगियों की जांच कराने का लक्ष्य दिया गया था। जिले में अब तक 32, 970 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से 9420 लोगों की स्पुटम (बलगम) जांच की गई। विशेष अभियान के तहत अब तक कुल 136 क्षय रोगियों की पहचान की जा चुकी है। डीटीओ ने बताया जनपद में रोजाना एक हजार स्पुटम जांच की जा रही हैं, 30 सितंबर तक यह अभियान निरंतर रूप से जारी रहेगा।