गाजियाबाद। नेहरु वर्ल्ड स्कूल के प्रांगण में टाइम कैप्सूल को दबाया गया। इस टाइम कैप्सूल में शैक्षिक सत्र 2021-2022 की बहुत सारी चीजों व सूचनाओं को एकत्र करके रखा गया है, जिन्हें 13 अगस्त 2036 को 14 वर्षों की एक निश्चित अवधि के बाद निकाला जाएगा। इस टाइम कैप्सूल में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के द्वारा किया कला से सम्बन्धित कार्य, कक्षा 12 के टॉपर्स के अनुभवों की वीडियो, स्कूल की वर्तमान स्टेशनरी, स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों के फोटोग्राफ, विद्यार्थियों के विवरण, स्कूल डायरी, छात्रों व अध्यापकों द्वारा पर्चियों पर लिखे संदेश व फोन नम्बर डाले गए। इसके साथ-साथ पेजर, वॉकमैन, मास्क, पैन ड्राइव, जिसमें आज के कार्यक्रम के फाटोग्राफ, स्कूल की विभिन्न गतिविधियों की वीडियो, वर्तमान मुद्रा, सिक्के, डाक टिकट, विद्यार्थियों की वर्तमान वेशभूषा, वर्तमान सत्र के बोर्ड परीक्षाफल तथा आज की दिनांक के सारे दैनिक समाचार पत्रों की प्रतियां, 2021-22 के वार्षिक व मासिक पाठ्यक्रम योजना, परीक्षा की तिथियां व दैनिक प्रयोग की बहुत सारी वस्तुएं उस डिब्बे में दबाई गई। इसके अतिरिक्त स्कूल के विभिन्न अवसरों के फोटोग्राफ, कुछ अन्य स्कूलों द्वारा भेजी वस्तुएं भी उसमें थी क्योंकि इस बार सहोदय स्कूल समूह को भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित किया गया है कि यदि वे चाहे तो अपना कुछ संग्रह स्कूल को भेज सकते हैं। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डा. अरुणाभ सिंह, प्रशासनिक निदेशक केपी सिंह, हेड टीचर सुश्री सुसन होम्स, सभी समन्वयक व प्रशासनिक अधिकारी, विद्यार्थी परिषद व कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर स्कूल की हेड टीचर सुश्री सुसन होम्स ने कहा कि टाइम कैप्सूल में रखे गए सभी सामान 14 वर्षों बाद 2020 को जानने व इन यादों को जीवित रखने का माध्यम होंगे। साथ ही 2036 की दुनिया में आज से कितना बदलाव आया है, किसी क्षेत्र में कितनी प्रगति हुई है, इसका परिचय भी देंगे।
स्कूल के निदेशक डा. अरुणाभ सिंह के शब्दों में जब 2036 में इस टाइम कैप्सूल को खोला जाएगा तब 2021-22 के अकादमी सत्र से प्रत्यक्ष रूप में मिल सकेंगे। आज स्कूल का एक सम्पूर्ण अध्याय इस गर्त में रखा है, जो स्कूल का वर्तमान भी है और भविष्य भी। आगे आने वाली पीढ़ी को निश्चय ही कुछ रोचक तथ्य अवश्य जानने को मिलेंगे। पशासनिक निदेशक केपी सिंह के अनुसार यह आयोजन वर्तमान व भविष्य के अंतर को पहचानने का एक अच्छा प्रयास है। नेहरु वर्ल्ड स्कूल पिछले सात वर्षों से इस कार्यक्रम को कर रहा है। इस टाइम कैप्सूल को 14 वर्षों के बाद निकाला जाएगा ताकि 14 वर्षों के अतीत व वर्तमान के अन्तर को देख सकें कि 14 वर्षों में समाज के विकास की गति कैसी रही, इस का परिचय भी इस आयोजन से मिलेगा।