गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस डेंटल कॉलेज के ओरल पैथोलॉजी विभाग के द्वारा 18 से 21 जुलाई तक चार दिवसीय सीडीई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसका विषय एन अप्रेंटिसशिप आफ फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी था। इस कार्यशाला में 44 प्रतिभागी सम्मलित हुए, जिनमें दिल्ली-एनसीआर डेन्टल कॉलेज के बीडीएस एवं एमडीएस के विद्यार्थियों के साथ-साथ संस्थान के दंत चिकित्सक एवं फैकल्टी भी शामिल थे।
इस कार्यक्रम के अतिथि वक्ता डा. आशिथ बी आचार्य, प्रोफेसर एंड फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी विभाग के प्रमुख, एसडीएम कॉलेज आॅफ डेन्टल साइंसेज एंड हॉस्पिटल, धारवाड़ थे। डा. आशिथ इंडियन एसोसिएशन आॅफ फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी के संस्थापक सदस्य हैं और वर्तमान में वह इसके सचिव के रूप में कार्यरत है। डा. आशिथ पूरे भारत के पुलिस, सरकारी एजेंसियों और फोरेंसिक चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा संदर्भित फॉरेंसिक, दंत चिकित्सा, मानव विज्ञान और पुरातत्व मामलों में सलाहकार के रूप में भी कार्य करते है।
इस कार्यक्रम का शुभांरम्भ संस्थान के डायरेक्टर-पीजी कोर्सेज, डा. श्रीनाथ ठाकुर एवं प्रधानाचार्य, डॉ. देवी चरण शेट्टी के द्वारा प्रतिभागियों का स्वागत किया गया जिसके दौरान उन्होंने अपने प्रेरक शब्दों के साथ सभी प्रतिभागियों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिये बधाई दी और उनको प्रोत्साहित भी किया।
इस चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान वक्ता डा. आशिथ ने सभी प्रतिभागियों को फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी के क्षेत्र में समृद्ध बनाने हेतु प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये जिसमें उन्होंने प्रशिक्षण हेतु प्रतिभागियों के (22 जोड़े) समूह बनाये। प्रत्येक प्रतिभागी ने चिकित्सकीय आयु अनुमान और बाइट मार्क्स साक्ष्य विश्लेषण सीखने के लिये कुछ विशिष्ट सॉफ्टवेयरों के साथ बड़े पैमाने पर लैपटॉप कंप्यूटर का उपयोग किया जिससे उन्हें इस नवीनतम ज्ञान को सीखने में मदद मिली। कार्यक्रम के अंत तक, डा. आशिथ द्वारा सभी प्रतिभागियों को फॉरेंसिक ओडोन्टोलॉजी की मूल बातें और वास्तविक जीवन के मामले के विश्लेषण और रिपोर्टिंग के कुछ पहलुओं से अवगत कराया गया।
भव्य कार्यक्रम का समापन विदाई समारोह के साथ हुआ जिसमें सभी प्रतिभागियों को फॉरेंसिक ओडोनटोलॉजी कार्यक्रम में प्रदान किये गये प्रशिक्षण का प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी ओरल पैथोलॉजी विभाग के एचओडी एवं संस्थान के प्रधानाचार्य डा. देवी चरण शेट्टी द्वारा दी गयी। उन्होंने सभा को संबोधित किया और बताया कि इस तरह के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्राप्त नवीनतम ज्ञान छात्रों को फॉरेंसिक ओडोनटोलॉजी रिसर्च और डेवलपमेंट के क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों को लेने के लिये प्रोत्साहित करेगा।
कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों के लिये फॉरेंसिक ओडोनटोलॉजी के क्षेत्र में यह एक अद्भुत और बहुत ही अच्छा अनुभव था। इस चार दिवसीय सीडीई कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को फॉरेंसिक ओडोनटोलॉजीस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका की आवश्यकता वाले मामलों का पता लगाने और रिपोर्टिंग की उनकी सामाजिक जिम्मेदारी को संभालने के लिये तैयार करना था। इसके साथ ही डा. आशिथ ने विद्यार्थियों एवं दंत चिकित्सकों के लिये आयोजित इस ज्ञानवर्धक मंच के लिये संस्थान को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ ज्ञानवर्धक मंच प्रदान हुआ जिसके के लिए सभी प्रतिभागियों ने आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डा. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।