- डा. मुखर्जी के सपने को प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में साकार करने में सफलता मिली
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गत दिवस डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयन्ती के अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक महान शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सेवी एवं भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी ने देश की आजादी में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। उनकी सेवाओं को देखते हुए देश की आजादी के बाद बनी अन्तरिम सरकार में उन्हें देश के उद्योग एवं खाद्य विभाग मंत्रालय का महत्वपूर्ण दायित्व प्रदान किया गया था। जिसका उन्होंने भलीभांति निर्वहन किया था। डा. मुखर्जी देश के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के उन तमाम षडयंत्रों, जो भारत को कमजोर करने वाले थे, को बेनकाब किया और उनके प्रति समय रहते देश को सचेत करने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी की उल्लेखनीय सेवाएं बंगाल त्रासदी के दौरान स्मरणीय रही। स्वतंत्र भारत में उनकी सेवाओं को लेकर पूरा देश उनका स्मरण करता है। कश्मीर आज अगर भारत का हिस्सा है तो, उसके पीछे डा. मुखर्जी का संघर्ष और बलिदान है। कश्मीर के विषय में डा. मुखर्जी ने नारा दिया था कि आजाद भारत में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे। उनके इस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में साकार करने में सफलता मिली। कश्मीर विकास और समृद्धि की नयी ऊंचाइयों की ओर अग्रसर हो रहा है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, जनप्रतिनिधि एवं शासन-प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।