नई दिल्ली। कुछ दिन शांत रहने के बाद कोरोना संक्रमण ने अचानक से जहां अपनी स्पीड बढ़ा दी है वहीं स्वाइन फ्लू की दस्तक ने भारतवासियों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल और उत्तर प्रदेश में स्वाइन फ्लू से दो लोगों की मौत होने की बात सामने आई है। स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं।
देशभर में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में एक बार फिर से उछाल देखा जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को साझा की गई जानकारियों के मुताबिक तीन माह बाद पहली बार फिर से दैनिक मामले 4000 के पार पहुंच गए हैं। बीते 24 घंटे में भारत में 4041 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ देश के कई हिस्सों में स्वाइन फ्लू के ‘घातक’ मामले भी रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केरल में स्वाइन फ्लू से संक्रमित एक 12 वर्षीय बच्ची और उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। केरल के अलावा मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी स्वाइन फ्लू के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं।
स्वाइन फ्लू एक एक वायु जनित रोग है जो खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के संपर्क में आने से फैलता है। स्वाइन फ्लू के लक्षण मौसमी फ्लू के समान ही होते हैं जिसको लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहना चाहिए। स्वाइन फ्लू के तीन मामले मध्यप्रदेश में दर्ज किए गए हैं जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सभी लोगों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए, जिससे इसके संक्रमण से बचाव किया जा सके। विशेषज्ञों के मुताबिक स्वाइन फ्लू और इन्फ्लूएंजा, दोनों संक्रमण के ज्यादातर लक्षण समान हो सकते हैं। संक्रमितों में बुखार, ठंड लगने, खांसी, गला खराब होना, नाक बहने, शरीर में दर्द, थकान, दस्त, मतली और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सामान्यतौर पर ऐसे लक्षण स्वत: ही ठीक हो जाते हैं, हालांकि कुछ लोगों में इसके गंभीर लक्षण भी हो सकते हैं, जिसमें शीघ्र डॉक्टरी सहायता की आवश्यकता होती है।
ये हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
सांस लेने में कठिनाई।
छाती में दर्द।
लगातार चक्कर आना।
लक्षणों का गंभीर होते जाना।
बहुत अधिक कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द महसूस होना।