गाजियाबाद। कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में यशोदा मेडिसिटी के नाम से देश के सर्वश्रेष्ठ 1200 बिस्तरों वाले अस्पतालों में से एक को जोड़ने जा रहा है, जो पहले चरण में 500 के साथ गाजियाबाद चलाया जाएगा और यह यूपी में इसका प्रमुख अस्पताल होने जा रहा है। दूसरी ओर, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बायो-टेक पार्क के साथ एक और 250 बिस्तरों वाला तृतीयक स्तर की देखभाल का एक अस्पताल जल्द ही अल्ट्रामॉडर्न सुविधाओं के साथ जोड़ा जा रहा है। इन दोनों अस्पतालों का लखनऊ में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी की उपस्थिति में इन्वेस्ट यूपी समिट में शुभारंभ के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह की गयी ।
यशोदा हॉस्पिटल्स की एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने की राष्ट्रीय दृष्टि की इस प्रतिबद्धता के साथ यशोदा अस्पताल के सीएमडी,संस्थापक व यशोदा फाउंडेशन के ट्रस्टी डा. पी एन अरोड़ा को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी@3.0 इन्वेस्ट यूपी समिट के लिए यूपी सरकार द्वारा स्टेट गेस्ट के रूप में आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।
इसी अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशाम्बी में एक पूजा एवं प्रसाद वितरण का आयोजन भी किया गया। जिसमें हॉस्पिटल प्रबंधन के अधिकारी, डॉक्टर्स व हॉस्पिटल के कर्मचारी व रोगियों के तीमारदार शामिल हुए। पूजा में हॉस्पिटल की डायरेक्टर डा. उपासना अरोड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई और बहुत ही हर्ष का अनुभव करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एवं उत्तर प्रदेश सरकार के सीएम योगी के कुशल नेतृत्व में यह उनके लिए स्वर्णिम क्षण है जब वह भारत के एक सबसे बड़े एवं अच्छी सुविधाओं वाले हॉस्पिटल के निर्माण के लिए आगे बढ़ रही हैं।
मीडिया से बात करते हुए डा. उपासना अरोड़ा ने बताया कि यशोदा-मेडिसिटी कैंसर पर फोकस के साथ हमारा प्रमुख क्वाटरनेरी (चतुर्थक स्तर की देखभाल) केयर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होगा, जो बड़े पैमाने पर आसपास के लोगों के साथ-साथ देश और विदेशों के लोगों की सेवा करेगा, साथ में क्रेडेंशियल, विशेषाधिकार प्राप्त, योग्य और अनुभवी चिकित्सकों की देखरेख में मरीजों का इलाज किया जाएगा। सीएम योगी के आशीर्वाद के साथ अत्याधुनिक अल्ट्रामॉडर्न तकनीक के प्रावधान के साथ अन्य संबंद्ध स्वास्थ्य पेशेवर के साथ यशोदा-मेडिसिटी अस्पताल उत्कृष्टता के निम्नलिखित केंद्रों को विकसित करने जा रहा है जिनमें आॅन्कोलॉजी, अंग प्रत्यारोपण (बीएमटी, किडनी और लीवर), गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और एचबीपी विज्ञान, कार्डियोलॉजी और सीटीवीएस,रोबोटिक सर्जरी, गुर्दा रोग, श्वसन चिकित्सा, तंत्रिका विज्ञान, हड्डी रोग, जोड़ प्रत्यारोपण, खेल चिकित्सा, उन्नत माँ और बच्चे की देखभाल शामिल हैं।